* सभी कार्य इस्लामिक रिवाज के अनुसार किया गया।
* बगदादी के शव को फोरेंसिक डीएनए जांच के लिए एक सुरक्षित केन्द्र ले जाया गया था ताकि उसकी पहचान की पुष्टि की जा सके और उसके बाद उसका अंतिम संस्कार किया गया।
(ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
नई दिल्ली। अमेरिका ने इस्लामिक स्टेट (आईएस)के सरगना बगदादी के शव के साथ क्या किया, इसे लेकर कयासों का बाजार गर्म है। अमेरिकी स्पेशल फोर्स ने शनिवार को सीरिया में दुनिया के सबसे खूंखार आतंकी संगठन के सरगना अबू बकर अल बगदादी को मारकर उसके आतंक के राज को खत्म कर दिया। जिसकी पुष्टि खुद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने की थी। अमेरिका ने इस्लामिक स्टेट सरगना बगदादी के अवशेषों को समुद्र में दफना दिया है। बताया गया कि यह सभी कार्य इस्लामिक रिवाज के अनुसार किया गया।
* बगदादी के शव को फोरेंसिक डीएनए जांच के लिए एक सुरक्षित केन्द्र ले जाया गया था ताकि उसकी पहचान की पुष्टि की जा सके और उसके बाद उसका अंतिम संस्कार किया गया।
(ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
नई दिल्ली। अमेरिका ने इस्लामिक स्टेट (आईएस)के सरगना बगदादी के शव के साथ क्या किया, इसे लेकर कयासों का बाजार गर्म है। अमेरिकी स्पेशल फोर्स ने शनिवार को सीरिया में दुनिया के सबसे खूंखार आतंकी संगठन के सरगना अबू बकर अल बगदादी को मारकर उसके आतंक के राज को खत्म कर दिया। जिसकी पुष्टि खुद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने की थी। अमेरिका ने इस्लामिक स्टेट सरगना बगदादी के अवशेषों को समुद्र में दफना दिया है। बताया गया कि यह सभी कार्य इस्लामिक रिवाज के अनुसार किया गया।
अमेरिकी ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के प्रमुख ने कहा कि इस्लामिक स्टेट के सरगना अबू बकर अल बगदादी का अंतिम संस्कार अमेरिका के अभियानगत कार्रवाई मानक और सशस्त्र संघर्ष कानून के अनुरूप किया गया है।
ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के प्रमुख जनरल मार्क मिले ने कहा कि बगदादी के शव को फोरेंसिक डीएनए जांच के लिए एक सुरक्षित केन्द्र ले जाया गया था ताकि उसकी पहचान की पुष्टि की जा सके और उसके बाद उसका अंतिम संस्कार किया गया।
गौरतलब है कि इससे पहले अलकायदा सरगना ओसामा बिन-लादेन को समुद्र में दफनाया गया था। 2011 में पाकिस्तान के एबटाबाद में अमेरिकी कार्रवाई में लादेन मारा गया था।
जनरल मिले ने एक सवाल के जवाब में बताया कि अमेरिकी बलों को घटनास्थल से आईएसआईएस से जुड़ी और भविष्य की उनकी योजनाओं से संबंधी सामग्री भी मिली।
बगदादी आखिर कैसे बना दुनिया के आतंकी संगठन का सरगना
बगदादी का जन्म 1971 में इराक के सामरा में गरीब सुन्नी परिवार में हुआ था। उसका असली नाम इब्राहिम अल-ऊद अल-बदरी था, लेकिन दुनिया में उसने अबू बकर अल बगदादी के नाम से खौफ कायम किया था।
बगदादी का जन्म 1971 में इराक के सामरा में गरीब सुन्नी परिवार में हुआ था। उसका असली नाम इब्राहिम अल-ऊद अल-बदरी था, लेकिन दुनिया में उसने अबू बकर अल बगदादी के नाम से खौफ कायम किया था।
बगदादी का परिवार पैगंबर मोहम्मद का वंशज होने का दावा करता है। उनका कहना है कि वे पैगंबर मोहम्मद के कबीले से ताल्लुकात रखते हैं।
बगदादी को बचपन से ही कुरान की आयतें याद थी। उसका इस्लामिक कानून शरिया से गहरा लगाव था। बगदादी अपने रिश्तेदारों पर तेज नजरें बनाएं रखता था कि कहीं भी इस्लामिक कानून का उल्लंघन न हो।
बगदादी ने 1996 में यूनिवर्सिटी ऑफ बगदाद से इस्लामिक स्टडीज में स्नातक की डिग्री पाई। इसके बाद 1999 से 2007 से के बीच कुरान पर इराक की सद्दाम यूनिवर्सिटी फॉर इस्लामिक स्टडीज से मास्टर और पीएचडी की डिग्री हासिल की।
(साभार -न्यूयार्क टाइम्स न्यूज़ सर्विस )
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