* योगी सरकार की अयोध्या को देश की सबसे बड़ी धर्म नगरी बनाने की योजना।
* बनेंगे अनतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा व् होटल ,सरयू नदी में चलेगा क्रूज।
* योगी सरकार की कोशिश है कि अयोध्या को देश का सबसे बड़ा धार्मिक स्थल बनाये जाने के लिए अयोध्या तीर्थ डेवलपमेंट बोर्ड गठित किया जा रहा है।
* नगर निगम से सटे 41 राजस्व गांव अब अयोध्या नगर निगम में शामिल होंगे।
(ज्ञान प्रकाश पाण्डेय / रूबी सिद्द्की )
लखनऊ / अयोध्या। राम मंदिर मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब अयोध्या के विकास की बात शुरू हो गई है। शुरुआती दौर में अयोध्या नगर निगम को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। अयोध्या नगर निगम अब अपने क्षेत्र का विस्तार करने जा रहा है। इसके लिए नगर निगम ने शासन को प्रस्ताव भेज दिया है। नगर निगम से सटे 41 राजस्व गांव अब अयोध्या नगर निगम में शामिल होंगे।
गठित हो रहा अयोध्या तीर्थ डेवलपमेंट बोर्ड
वहीं दूसरी तरफ अयोध्या को धर्मनगरी के तौर पर विकसित करने के लिए बड़ा प्लान तैयार किया जा रहा है। योगी सरकार की कोशिश है कि अयोध्या को देश का सबसे बड़ा धार्मिक स्थल बनाया जाए। इसके लिए अयोध्या तीर्थ डेवलपमेंट बोर्ड गठित किया जा रहा है। माना जा रहा है कि इस पूरी प्रक्रिया में कई चरण होंगे, जिसमें शुरुआती चरण में ही 4 साल लगने हैं।
अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से लेकर बस टर्मिनल तक बनेगा
शहर के विकास के साथ ही योगी सरकार की कोशिश है कि अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय स्तर का एयरपोर्ट भी स्थापित किया जाए ताकि दुनिया भर से श्रद्धालु सीधे राम नगरी में उतर सकें। अगले साल राम नवमी तक इसकी शुरुआत हो जाए इसको लेकर कोशिशें शुरू हो गई हैं।
आपको बता दें कि अयोध्या रेलवे स्टेशन के लिए मोदी सरकार पहले ही 100 करोड़ रुपये जारी कर चुकी है। मामले में अयोध्या के मेयर राकेश उपाध्याय कहते हैं कि सरकार अयोध्या के बड़े स्तर पर विकास के लिए योजनाओं का खाका खींच रही है। जल्द ही इसे अंतिम रूप देकर सार्वजनिक किया जाएगा. कुछ प्रमुख योजनाओं की बात करें तो अयोध्या में एक नया अंतरराज्यीय बस टर्मिनल बनाया जाएगा, जहां से 3000 से 4000 बसें चलाने की योजना है।
13 किलोमीटर लंबा श्रीराम कॉरिडोर
सूत्रों के अनुसार भगवान राम के जीवन पर आधारित एक 13 किलोमीटर लंबा श्रीराम कॉरिडोर भी बनाया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी संस्कृति और पर्यटन विभाग को दी गई है। यही नहीं वाराणसी में गंगा की तरह अयोध्या में सरयू नदी में क्रूज चलाने का प्रस्ताव है। ये क्रूज श्रद्धालुओं, पर्यटकों को अयोध्या के विभिन्न स्थलों का दौरा कराएगा। यही नहीं इस धर्मनगरी में विश्वस्तरीय फाइव स्टार होटल और रिसॉर्ट भी होंगे, जो विदेशी पर्यटकों के लिए सुविधा मुहैया कराएंगे।
* बनेंगे अनतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा व् होटल ,सरयू नदी में चलेगा क्रूज।
* योगी सरकार की कोशिश है कि अयोध्या को देश का सबसे बड़ा धार्मिक स्थल बनाये जाने के लिए अयोध्या तीर्थ डेवलपमेंट बोर्ड गठित किया जा रहा है।
* नगर निगम से सटे 41 राजस्व गांव अब अयोध्या नगर निगम में शामिल होंगे।
(ज्ञान प्रकाश पाण्डेय / रूबी सिद्द्की )
गठित हो रहा अयोध्या तीर्थ डेवलपमेंट बोर्ड
वहीं दूसरी तरफ अयोध्या को धर्मनगरी के तौर पर विकसित करने के लिए बड़ा प्लान तैयार किया जा रहा है। योगी सरकार की कोशिश है कि अयोध्या को देश का सबसे बड़ा धार्मिक स्थल बनाया जाए। इसके लिए अयोध्या तीर्थ डेवलपमेंट बोर्ड गठित किया जा रहा है। माना जा रहा है कि इस पूरी प्रक्रिया में कई चरण होंगे, जिसमें शुरुआती चरण में ही 4 साल लगने हैं।
अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से लेकर बस टर्मिनल तक बनेगा
शहर के विकास के साथ ही योगी सरकार की कोशिश है कि अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय स्तर का एयरपोर्ट भी स्थापित किया जाए ताकि दुनिया भर से श्रद्धालु सीधे राम नगरी में उतर सकें। अगले साल राम नवमी तक इसकी शुरुआत हो जाए इसको लेकर कोशिशें शुरू हो गई हैं।
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(अयोध्या रेलवे स्टेशन का मॉडल ) |
आपको बता दें कि अयोध्या रेलवे स्टेशन के लिए मोदी सरकार पहले ही 100 करोड़ रुपये जारी कर चुकी है। मामले में अयोध्या के मेयर राकेश उपाध्याय कहते हैं कि सरकार अयोध्या के बड़े स्तर पर विकास के लिए योजनाओं का खाका खींच रही है। जल्द ही इसे अंतिम रूप देकर सार्वजनिक किया जाएगा. कुछ प्रमुख योजनाओं की बात करें तो अयोध्या में एक नया अंतरराज्यीय बस टर्मिनल बनाया जाएगा, जहां से 3000 से 4000 बसें चलाने की योजना है।
13 किलोमीटर लंबा श्रीराम कॉरिडोर
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