* छह जनगणना होने के बाद वर्ष 2019 में सातवीं जनगणना अक्टूबर के महीने से शुरू हो चुकी है।
* डिजिटलाइजेशन से कार्यों में पारदर्शिता व तेजी आई है।
(ब्यूरो,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
हरिद्वार। देश में 7वीं आर्थिक जनगणना का कार्य आरंभ किया जा चूका है। भारत सरकार सातवीं आर्थिक जनगणना अटल सेवा केंद्र (सीएससी) के माध्यम से शुरू की गई है। इस उद्देश्य के लिए शनिवार को पर्वेक्षक सुमित तिवारी ने हरिद्वार नगर निगम मेयर अनीता शर्मा को लोगों को जानकारी देने के लिए ज्ञापन सौंपा। पर्वेक्षक सुमित तिवारी ने बताया कि भारत में सबसे पहली आर्थिक जनगणना 1977 से शुरू हुई थी। जोकि लगभग हर 5 वर्ष के बाद होती आ रही है। आखिरी जनगणना 2013 में हुई थी। छह जनगणना होने के बाद वर्ष 2019 में सातवीं जनगणना अक्टूबर के महीने से शुरू हो चुकी है।
उन्होंने बताया कि इसमें इकनॉमिक या आर्थिक गणना भी होती है, लेकिन इंसानों की नहीं बल्कि देश में चल रहे हर तरह के कामकाज की, जो किसी भी तरह की आर्थिक गतिविधि से जुड़ा हो। उन्होंने बताया कि 7वीं जनगणना का कार्य अक्टूबर माह से हरिद्वार में शुरू हो गया है। जिले में जनगणना कार्य को सफलतापूर्वक संपन्न करवाने के लिए हमने हरिद्वार की मेयर अनीता शर्मा से सभी पार्षदों और जनता को जागरूक एवं जानकारी पहुँचाने के लिए ज्ञापन सौंपा है। जन सेवा केंद्रों के जिला प्रबंधक शिवम अरोड़ा ने कहा कि डिजिटलाइजेशन से कार्यों में पारदर्शिता व तेजी आई है। उन्होंने कि हम सभी का यह कर्तव्य बनता है कि आमजन को सीएससी द्वार प्रदान की जा रही सेवाओं के बारे में जन-जन को जागरूक करें।
* डिजिटलाइजेशन से कार्यों में पारदर्शिता व तेजी आई है।
(ब्यूरो,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
हरिद्वार। देश में 7वीं आर्थिक जनगणना का कार्य आरंभ किया जा चूका है। भारत सरकार सातवीं आर्थिक जनगणना अटल सेवा केंद्र (सीएससी) के माध्यम से शुरू की गई है। इस उद्देश्य के लिए शनिवार को पर्वेक्षक सुमित तिवारी ने हरिद्वार नगर निगम मेयर अनीता शर्मा को लोगों को जानकारी देने के लिए ज्ञापन सौंपा। पर्वेक्षक सुमित तिवारी ने बताया कि भारत में सबसे पहली आर्थिक जनगणना 1977 से शुरू हुई थी। जोकि लगभग हर 5 वर्ष के बाद होती आ रही है। आखिरी जनगणना 2013 में हुई थी। छह जनगणना होने के बाद वर्ष 2019 में सातवीं जनगणना अक्टूबर के महीने से शुरू हो चुकी है।
उन्होंने बताया कि इसमें इकनॉमिक या आर्थिक गणना भी होती है, लेकिन इंसानों की नहीं बल्कि देश में चल रहे हर तरह के कामकाज की, जो किसी भी तरह की आर्थिक गतिविधि से जुड़ा हो। उन्होंने बताया कि 7वीं जनगणना का कार्य अक्टूबर माह से हरिद्वार में शुरू हो गया है। जिले में जनगणना कार्य को सफलतापूर्वक संपन्न करवाने के लिए हमने हरिद्वार की मेयर अनीता शर्मा से सभी पार्षदों और जनता को जागरूक एवं जानकारी पहुँचाने के लिए ज्ञापन सौंपा है। जन सेवा केंद्रों के जिला प्रबंधक शिवम अरोड़ा ने कहा कि डिजिटलाइजेशन से कार्यों में पारदर्शिता व तेजी आई है। उन्होंने कि हम सभी का यह कर्तव्य बनता है कि आमजन को सीएससी द्वार प्रदान की जा रही सेवाओं के बारे में जन-जन को जागरूक करें।
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