(व्यूरो,न्यूज़1हिंदुस्तान)
अल्मोड़ा। शिक्षा विभाग में स्थानांतरण नियमों की धज्जियां उड़ाकर समायोजन का खेल चल रहा है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कई शिक्षक व शिक्षिकाओं का समायोजन किया है। जिसके चलते कम शिक्षकों वाले विद्यालयों के अभिभावकों में आक्रोश पनप रहा है।
शिक्षा सत्र को शुरू हुए अभी महज एक पखवाड़ा बीता है वहीं ओहदे वाले शिक्षक शिक्षिकाएं अधिकारियों पर दबाव बनाकर अपने चहेते विद्यालयों में स्थानान्तरण के नाम पर समायोजन व कार्य व्यवस्था का खेल खूब चल रहा है। विकास खंड हवालबाग में दो, ताड़ीखेत, सल्ट व लमगड़ा में एक-एक शिक्षकों का समायोजन किया गया है। इन समायोजनों को लेकर अभिभावकों में विरोध के स्वर उठने लग गए है। विकासखंड लमगड़ा के राजकीय प्राथमिक विद्यालय लोहना की प्रधानाध्यापिका को कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय जैंती में वार्डन के पद पर कार्य व्यवस्था के रूप में भेजा गया है। जबकि अन्य विकास खंडों के शिक्षक-शिक्षिकाओं को शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों द्वारा उनके मन पसंद विद्यालयों में समायोजित किया गया है। राजकीय प्राथमिक विद्यालय चुराड़ी की अध्यापिका को प्राथमिक विद्यालय पंचधारा में समायोजन किया गया है। अभिभावकों का कहना है कि यह सब खेल लोक सभा चुनाव की आचार संहिता के दौरान शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों द्वारा खेला गया है। अभिभावकों ने जिलाधिकारी को दिए ज्ञापन में कहा है कि अगर समय रहते शिक्षा विभाग के अधिकारी समायोजित शिक्षकों को अपने मूल तैनाती विद्यालय में नहीं भेजे गए तो वह जिलाधिकारी व बेसिक शिक्षा कार्यालय में धरना देने को बाध्य होंगे। जिलाधिकारी को ज्ञापन देने वालों में चुराड़ी के ग्राम प्रधान बचुली देवी के अलावा ममता बिष्ट, चंदन सिंह बिष्ट, गीता बिष्ट, हेमा बिष्ट, आशा बिष्ट, प्रेमा बिष्ट, संगीता बिष्ट, दीपा बिष्ट आदि शामिल हैं।
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