सीताराम येचुरी के खिलाफ सड़कों पर उतरेंगे नागा सन्यासी -श्रीमहंत नरेंद्र गिरी
हरिद्वार, 4 मई। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने कम्यूनिस्ट नेता सीताराम येचुरी के हिंदुओं को हिंसक बताने संबंधी बयान पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए उनसे लिखित में माफी मांगने की मांग की है।
प्रैस को जारी बयान में श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने कहा कि सीताराम येचुरी को हिंदू धर्म शास्त्रों का ज्ञान नहीं है। रामायण और महाभारत में कहीं भी हिंदू धर्म को हिंसक नहीं बताया गया है। हिंदू हमेशा ही अहिंसा में विश्वास रखते आए हैं। हिंदू धर्म में चींटी मारना भी अपराध हे। रामायण और महाभारत में श्रीराम व श्रीकृष्ण ने धर्म की रक्षा के लिए दानवों का वध किया। दानवों का वध करना कोई अपराध नहीं है। जिस तरह आज दौर में आतंकवादियों द्वारा निरपराध लोगों को मारकर दहशत फैलायी जा रही है। उसी तरह रामायण और महाभारत युग में राक्षस प्रवृति के लोगों द्वारा आतंक फैलाया जा रहा था। इसलिए स्वयं भगवान ने मानव अवतार लेकर उनका वध किया। सीताराम येचुरी जैसे लोग देश में दहशत फैलाना चाहते हैं। येचुरी को हिंदुओं से लिखित में माफी मांगनी चाहिए। श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने युवाओं से अनुरोध किया कि सोशल मीडिया के माध्यम से सीताराम येचुरी के बयान का विरोध करें और उन्हें माफी मांगने पर मजबूर करें। साधु संत भी येचुरी का विरोध दर्ज कराएं। यदि सीताराम येचुरी ने हिंदू समाज से माफी नहीं मांगी तो अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद सभी तेरह अखाड़ों की नागासेना तैयार कर उनके खिलाफ पूरे देश में विशाल आंदोलन करेगा। विश्व सनातन धर्म परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष कालिका पीठाधीश्वर श्रीमहंत सुरेंद्रनाथ अवधूत व आनन्द पीठाधीश्वर आचार्य स्वामी बालकानंद गिरी महाराज ने कहा कि देश में जो भी राजनेता हमारी भारतीय सनातन परंपराओं के साथ खिलवाड़ करेगा या उसे साजिश के तहत बदनाम करेगा उसके खिलाफ देश का संत समाज एकजुट होकर आंदोलन करेगा। यदि सीताराम येचुरी ने अपने बयान के लिए माफी नहीं मांगी तो उनके खिलाफ देशव्यापी आंदोलन चलाया जाएगा।
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