* राष्ट्रपति ने आईआईटी रुड़की के दीक्षांत समारोह में प्रदान की डिग्रियां
* राष्ट्रपति ने स्वामी अवधेशानंद से भी की मुलाकात
* उच्च स्तरीय तकनीकी संस्थाओं में छात्राओं की संख्या बढ़ाने के लिए जरूरी कदम उठाने होंगे -राष्ट्रपति
हरिद्वार। महामहिम राष्ट्रपति, भारत सरकार रामनाथ कोविन्द ने शुक्रवार को जनपद हरिद्वार भ्रमण कार्यक्रम के अंतर्गत कनखल हरिद्वार स्थित हरिहर आश्रम में श्री पारदेश्वर महादेव की पूजा अर्चना कर जलाभिषेक किया।इससे पूर्ब राष्ट्रपति अपने निर्धारित कार्यक्रम के तहत आईआईटी रुड़की में आयोजित दीक्षांत समारोह में 2029 छात्र छात्राओं को दीक्षित कर डिग्री प्रदान की।
ततपश्चात राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद जी महाराज से मुलाकर कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
शुक्रवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आईआईटी रूड़की के वार्षिक दीक्षांत समारोह में 2029 छात्र छात्राओं को छात्र-छात्राओं को उपाधियां वितरित कीं। जिसमे 1018 यूजी, 702 पीजी और 309 पीएचडी डिग्री धारक छात्र छात्राएं शामिल है। वही समारोह में पहली बार इंजीनियरिंग एंड साइंस के क्षेत्र में उत्कृष्ट शोध कार्यों के लिए पीएचडी कर चुके तीन छात्रों को डॉक्टरल एक्सीलेंस अवार्ड किया गया प्रदान किये गए।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि आईआईटी रूड़की जैसे संस्थान शिक्षा के केंद्र मात्र नहीं हैं। ये नवाचार और रचनात्मक विचारों के हब भी हैं। शोध, नवाचार और रचनात्मक विचारों से ही राष्ट्रीय लक्ष्यों को प्राप्त करने के साथ ही मानवता की भलाई की जा सकती है। हमें नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ावा देना चाहिए। प्रसन्नता है कि आईआईटी रूड़की ऐसा कर रही है। यहां स्थित टीआईडीईएस बिजनेस इन्क्यूबेटर, नई तकनीक पर आधारित स्टार्ट अप और नई कम्पनियों को सहायता प्रदान कर रहा है। कैम्पस में छात्रों को अकादमिक संस्थाओं व निर्णय लेने की प्रक्रिया में भागीदार बनाकर रचनात्मक चिंतन को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
राष्ट्रपति ने कहा कि वर्तमान में वैज्ञानिक और तकनीकी संस्थाआें में छात्राओं का अनुपात अपेक्षाकृत कम है। उच्च स्तरीय तकनीकी संस्थाओं में छात्राओं की संख्या बढ़ाने के लिए जरूरी कदम उठाने होंगे। जब ऐसा होगा तो हमारी विज्ञान संबंधी उपलब्धियां अधिक वांछनीय और हितकारी हो सकेंगी।
इस अवसर पर देश की प्रथम महिला श्रीमती सविता कोविन्द, राज्यपाल उत्तराखण्ड श्रीमती बेबी रानी मौर्य, मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड त्रिवेन्द्र सिंह रावत, केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, कैबीनेट मंत्री उत्तराखण्ड मदन कौशिक, मुख्य सचिव उत्तराखण्ड उत्पल कुमार, डीजीपी उत्तराखण्ड अनिल रतूड़ी, आयुक्त गढ़वाल रविनाथ रमन,जिलाधिकारी हरिद्वार दीपेन्द्र चैधरी, वरिष्ठ पुलिए अधीक्षक हरिद्वार सैंथिल अबुदई कृष्णराज एस आदि उपस्थित थे।
राष्ट्रपति ने कहा कि वर्तमान में वैज्ञानिक और तकनीकी संस्थाआें में छात्राओं का अनुपात अपेक्षाकृत कम है। उच्च स्तरीय तकनीकी संस्थाओं में छात्राओं की संख्या बढ़ाने के लिए जरूरी कदम उठाने होंगे। जब ऐसा होगा तो हमारी विज्ञान संबंधी उपलब्धियां अधिक वांछनीय और हितकारी हो सकेंगी।
इस अवसर पर देश की प्रथम महिला श्रीमती सविता कोविन्द, राज्यपाल उत्तराखण्ड श्रीमती बेबी रानी मौर्य, मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड त्रिवेन्द्र सिंह रावत, केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, कैबीनेट मंत्री उत्तराखण्ड मदन कौशिक, मुख्य सचिव उत्तराखण्ड उत्पल कुमार, डीजीपी उत्तराखण्ड अनिल रतूड़ी, आयुक्त गढ़वाल रविनाथ रमन,जिलाधिकारी हरिद्वार दीपेन्द्र चैधरी, वरिष्ठ पुलिए अधीक्षक हरिद्वार सैंथिल अबुदई कृष्णराज एस आदि उपस्थित थे।
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