* सेवाभाव प्राचीन अवधूत मण्डल आश्रम की संस्कृति है-स्वामी रूपेंद्र प्रकाश
हरिद्वार। शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि भूखे-गरीब व असहाय को भोजन खिलाना सबसे बड़ा पुण्य कार्य है। सभी साधन संपन्न लोगों व सामाजिक संस्थाओं को इस पुनित कार्य के लिए आगे आना चाहिए। #श्री अवधूत बाबा ब्रह्मदास अन्न क्षेत्र का शुभारम्भ करते हुए उन्होंने कहा कि यदि समाज के प्रबुद्ध व समृद्ध वर्ग के लोग आगे आएं तो कोई भी गरीब आदमी खाली पेट नहीं रह सकता। जरूरमंदों की मदद करना हमारी संस्कृति की विशेष पहचान है। उन्होंने कहा कि महंत स्वामी रूपेंद्र प्रकाश द्वारा आश्रम में भूखे लोगों के लिए की गई भोजन व्यवस्था सराहनीय है।
हरिद्वार धर्मनगरी व देश की आध्यात्मिक राजधानी है। सेवाभाव हरिद्वार की संस्कृति रहा है। इसी संस्कृति के अनुरूप यहां के लोगों व संस्थाओं के भाव तथा कार्य हैं। सेवा क्षेत्र में प्राचीन अवधूत मण्डल आश्रम का हमेशा विशेष स्थान रहा है। उन्होंने कहा कि प्राचीन अवधूत मण्डल आश्रम की यह शुरूआत अन्य लोगों व संस्थाओं के लिए एक प्रेरणा का काम करेगी।
प्राचीन अवधूत आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी रूपेंद्र प्रकाश महाराज ने कहा कि प्राचीन अवधूत मण्डल आश्रम की विशाल गुरूपरम्परा में शामिल बाबा ब्रह्मदास महाराज की स्मृति में शुरू किए अन्न क्षेत्र में विद्यार्थियों व गरीब निसहाय परिवारों को प्रतिदिन भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। स्वामी रूपेंद्र प्रकाश ने कहा कि सेवाभाव अवधूत मण्डल आश्रम की संस्कृति है। निष्ठापूर्वक की गयी सेवा के परिणाम सुखद होते हैं। सभी को गरीब असहाय निर्धन परिवारों की सेवा व उत्थान में सहयोग करना चाहिए। म.म.स्वामी कपिल मुनि महाराज ने कहा कि महंत स्वामी रूपेंद्र प्रकाश के सानिध्य में गुरू प्राचीन अवधूत मण्डल आश्रम के सेवा प्रकल्पों को विस्तार देते हुए शुरू किया गया अन्न क्षेत्र सभी को सेवा की प्रेरणा देगा।
उन्होंने कहा कि गरीब, असहाय वर्ग की सेवा ही सच्ची ईश्वर पूजा है। सभी को हमेशा गरीबों की सेवा करने की प्रेरणा देने वाले बाबा ब्रह्मदास महान संत थे। ऐसे महान संत की स्मृति में अन्न क्षेत्र की शुरूआत कर स्वामी रूपेंद्र प्रकाश ने सराहनीय कार्य किया है। इस अवसर पर महंत स्वामी प्रकाश मुनि, महंत स्वामी गंगादास, स्वामी सुतीक्ष्ण मुनि, स्वामी दिव्यानन्द महाराज, स्वामी नरेश मुनि, सेवा भारती के शहर अध्यक्ष रवि जोशी, भाजपा नेत्री अन्नू कक्कड़, संजना शर्मा, संगीग गिरी, पंडित पद्म प्रकाश शर्मा, नवीन तेश्वर, विक्रम आदि सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
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