* अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि व महामन्त्री हरिगिरि ने कहा कि फैसले से हम है खुश।
* लोगो से शांति बनाय रखने की अपील भी की।
(ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
हरिद्वार / प्रयागराज। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि सहित महामन्त्री महंत हरिगिरि ने अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा है सुप्रीम कोर्ट ने विवादित जमीन रामलला को सौंप दी है। इस फैसले का साधु-संत स्वागत करते हैं। उन्होंने मुसलमानों को पांच एकड जमीन दिए जाने के फैसले का स्वागत किया है। मंहत नरेन्द्र गिरी संग महंत हरिगिरि ने सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद लोगों से अमन चैन बनाए रखने की अपील की है।
उन्होंने कहा कि शांति बनाए रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। महामन्त्री हरिगिर ने कहा कि निर्णय देश हित में है। उन्होंने कहा कि इस फैसले से किसी की हार जीत नहीं हुई है बल्कि भारत की एकता और अखंडता को आज और बल मिला है जो स्वागत योग्य है।महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से साधु-संत खुश है और सब लोग फैसले का स्वागत कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने विवादित भूमि रामलला विराजमान को दी है। साथ ही निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत रविंद्र पूरी महाराज ने भी कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है।
एस एम जे एन पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ सुनील कुमार बत्रा ने कहा की आज देश के उच्चतम न्यायालय के द्वारा दिये गये फैसले का मैं स्वागत करता हूं । फैसले के निर्देशानुसार केंद्र सरकार 3 महीने में राम मंदिर के निर्माण के लिये एक ट्रस्ट का गठन करेगी और इसके लिये नियम उपनियमों को बनाएगी । साथ ही सरकार अयोध्या में अन्यत्र किसी प्रमुख स्थान पर मस्जिद निर्माण किया जाय।
अखाडा परिषद् महामन्त्री महंत हरिगिरि कि सुप्रीम कोर्ट ने मस्जिद निर्माण के लिये केन्द्र या राज्य से 5 एकड़ जमीन मुस्लिम समुदाय को देने की बात कही है । यह निर्णय वास्तव में बहुत ही संतुलित है और इसे किसी भी पक्ष या समुदाय की हार या जीत के रूप में नही देखा जाना चाहिए । यह देश में साम्प्रदायिक एकता ,सर्व धर्म समभाव एवं गंगा -जमुनी तहज़ीब की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा ।कोर्ट ने मुस्लिम भाइयों को पांच एकड़ जमीन मस्जिद बनाने के लिए देने का आदेश दिया है। कोर्ट के इस फैसले का भी अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद स्वागत करता है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मुताबिक केंद्र सरकार तीन महीने के अंदर ट्रस्ट बनाकर मंदिर का निर्माण शुरू करना चाहिए।
विश्व हिंदू परिषद व अन्य हिंदूवादी संगठनों से मंदिर निर्माण शुरू करने की अपील की है।
नरेंद्र गिरी ने सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद देशवासियों और साधु-संतों से अमन और शांति की अपील की है। नरेंद्र गिरी ने धर्मगुरुओं से भी सांप्रदायिक सौहार्द बनाने के लिए सोशल मीडिया पर अपील करने को कहा है। उन्होने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला सर्वमान्य है इसलिए इस फैसले का सबको स्वागत और सम्मान करना चाहिए।
0 comments:
Post a Comment