* यानी सरकार ने विपक्ष और तीर्थ पुरोहित, हक-हकूकधारियों के विरोध, मांगों पर कतई ध्यान नहीं दिया।
* संसदीय कार्य मंत्री मदन कौशिक ने कहा ,इस विधेयक के कानून बनने से किसी का हक नहीं मारा जाएगा।
* कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह ने कहा कि इस बिल में स्थनीय लोगों के साथ पंडा पुरोहित समाज के लिए कुछ नहीं है।
(ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून। उत्तराखण्ड विधान सभा अध्यक्ष प्रेम चन्द अग्रवाल द्वारा उत्तराखण्ड विधान सभा का शीतकालीन सत्र अनिश्चितकाल के लिये स्थगित किया गया। विधान सभा अध्यक्ष ने पत्रकार वार्ता के दौरान सभी सदस्यों का धन्यवाद किया। अग्रवाल ने कहा कि 4 दिसंबर से प्रारंभ हुआ तीन दिवसीय सत्र 20 घण्टे 12 मिनट तक चला।
वही उत्तराखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पाचवें दिन चारधाम श्राइन बोर्ड विधेयक पास कर विधानसभा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।
हालांकि बदरीनाथ के बीजेपी विधायक महेंद्र भट्ट के प्रस्ताव पर इस विधेयक का नाम बदल दिया गया। अब इस विधेयक को उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन विधेयक, 2019 कहा जाएगा। इसके अलावा विधेयक में कोई और बदलाव नहीं किया गया है यानी सरकार ने विपक्ष और तीर्थ पुरोहित, हक-हकूकधारियों के विरोध, मांगों पर कतई ध्यान नहीं दिया।
कांग्रेस ने सदन में इस विधेयक का पुरज़ोर विरोध किया। कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह ने कहा कि इस बिल में स्थनीय लोगों के साथ पंडा पुरोहित समाज के लिए कुछ नहीं है। उन्होंने सदन में कहा कि इस बिल को प्रवर समिति के पास भेज देना चाहिए। सत्ता पक्ष से संसदीय कार्य मंत्री मदन कौशिक ने सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि इस विधेयक के कानून बनने से किसी का हक नहीं मारा जाएगा। उन्होंने कांग्रेस के विरोध को ग़लत बताया। भाजपा विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने इस विधेयक पर चर्चा के दौरान कहा कि विधेयक की ड्राफ्टिंग में हैं बहुत गलतियां हैं और इन्हें सही किए जाने की ज़रूरत है ताकि भविष्य में कोई बड़ी गलती न हो। हालांकि उन्होंने इस विधेयक का समर्थन करते हुए कहा कि उत्तराखंड के पवित्र मन्दिरों की व्यवस्था सुधारने के लिए इस बोर्ड की ज़रूरत है. सरकार की पीठ थपथपाते हुए इसे हिम्मत का काम बताया।
* संसदीय कार्य मंत्री मदन कौशिक ने कहा ,इस विधेयक के कानून बनने से किसी का हक नहीं मारा जाएगा।
* कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह ने कहा कि इस बिल में स्थनीय लोगों के साथ पंडा पुरोहित समाज के लिए कुछ नहीं है।
(ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून। उत्तराखण्ड विधान सभा अध्यक्ष प्रेम चन्द अग्रवाल द्वारा उत्तराखण्ड विधान सभा का शीतकालीन सत्र अनिश्चितकाल के लिये स्थगित किया गया। विधान सभा अध्यक्ष ने पत्रकार वार्ता के दौरान सभी सदस्यों का धन्यवाद किया। अग्रवाल ने कहा कि 4 दिसंबर से प्रारंभ हुआ तीन दिवसीय सत्र 20 घण्टे 12 मिनट तक चला।
वही उत्तराखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पाचवें दिन चारधाम श्राइन बोर्ड विधेयक पास कर विधानसभा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।
हालांकि बदरीनाथ के बीजेपी विधायक महेंद्र भट्ट के प्रस्ताव पर इस विधेयक का नाम बदल दिया गया। अब इस विधेयक को उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन विधेयक, 2019 कहा जाएगा। इसके अलावा विधेयक में कोई और बदलाव नहीं किया गया है यानी सरकार ने विपक्ष और तीर्थ पुरोहित, हक-हकूकधारियों के विरोध, मांगों पर कतई ध्यान नहीं दिया।
कांग्रेस ने सदन में इस विधेयक का पुरज़ोर विरोध किया। कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह ने कहा कि इस बिल में स्थनीय लोगों के साथ पंडा पुरोहित समाज के लिए कुछ नहीं है। उन्होंने सदन में कहा कि इस बिल को प्रवर समिति के पास भेज देना चाहिए। सत्ता पक्ष से संसदीय कार्य मंत्री मदन कौशिक ने सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि इस विधेयक के कानून बनने से किसी का हक नहीं मारा जाएगा। उन्होंने कांग्रेस के विरोध को ग़लत बताया। भाजपा विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने इस विधेयक पर चर्चा के दौरान कहा कि विधेयक की ड्राफ्टिंग में हैं बहुत गलतियां हैं और इन्हें सही किए जाने की ज़रूरत है ताकि भविष्य में कोई बड़ी गलती न हो। हालांकि उन्होंने इस विधेयक का समर्थन करते हुए कहा कि उत्तराखंड के पवित्र मन्दिरों की व्यवस्था सुधारने के लिए इस बोर्ड की ज़रूरत है. सरकार की पीठ थपथपाते हुए इसे हिम्मत का काम बताया।
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