* काॅलेज आॅफ इंजीनियरिंग रूड़की (कोर) का 22वाॅं स्थापना दिवस सम्पन्न।
* काॅलेज द्वारा स्वंय विभिन्न प्रकार के कृषि उत्पादों की खेती किये जाने को भी उत्तरखण्ड के किसानों के लिए हितकर बताया।
* मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में सफलता से करियर बनाने वाले काॅलेज के पूर्व छात्रों को भी सम्मनित किया।
(ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
हरिद्वार। काॅलेज आॅफ इंजीनियरिंग रूड़की (कोर) ने अपनी स्थापना के 21 वर्ष पूर्ण होने पर, एक दिवसीय कार्यक्रम आयोजित कर अपना स्थापना दिवस बडे़ हर्ष एवं उल्लास के साथ मनाया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री, उत्तराखण्ड सरकार त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए ।
कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्यमंत्री, उत्तराखण्ड सरकार त्रिवेन्द्र सिंह रावत, विषिष्ट अतिथि उत्तराखण्ड तकनीकी विष्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 नरेन्द्र एस चौधरी , संस्थान के अध्यक्ष जे0 सी0 जैन,उपाध्यक्ष श्रीमती सुनिता जैन, डा0 सुभाष जैन, श्रेयांष जैन, श्रीमती चारू जैन, ट्रस्टी कोर, महानिदेषक कोर प्रोफेसर एस पी गुप्ता, निदेषक, कोर स्कूल आॅफ मैनेजमेंट मेजर जनरल ओपी सोनी, एवं संस्थान के अन्य अधिकारियों ने दीप प्रज्वलन कर किया । इसके साथ ही कोर की छात्राओं द्वारा स्वागत गान प्रस्तुत किया गया ।
कोर काॅलेज के 22वें स्थापना दिवस पर राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली अंतरिक्ष सम्बन्धि शोध एवं तकनीकी विकास को देखते हुए उत्तराखण्ड स्थित काॅलेज आॅफ इंजीनियरिंग रूड़की एवं न्यू दिल्ली स्थित स्पेष डवलेपमेंट नेक्सस (एस0डी0एन0एक्स) द्वारा उत्तराखण्ड की पहली एस0डी0एन0एक्स सेन्टर फोर स्पेष एण्ड रिसर्च टैक्नोलाॅजी (एस0डी0एन0एक्स-सी0एस0आर0टी) का एम0ओ0यू0 करार किया गया ।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने काॅलेज में संचालित किये जा रहे एग्रीकल्चर तथा हाॅर्टीकल्चर विषय में स्नातक (बीएससी) की शिक्षा दिये जाने पर प्रसन्नता जाहिर की। उन्हेांने कहा कि किसान हमारे देश में सबसे अधिक श्रम करने वाला और न्यूनतम सुविधा में जीवन यापन करने वाला व्यक्ति है। वह दिन रात मेहनत करने के बाद भी अपने द्वारा किये श्रम का हिसाब नहीं लगाता। यदि काॅलेज में किसी को इस विषय की शिक्षा देकर निपूण बनाया जा रहा है तो यह कृषक वर्ग के लिए उन्नति का मार्ग प्रशस्त करेगा। उन्हेांने कहा कि अब यह विषय पढ़ाये जाने से हिसाब का पक्का किसान हमें मिलेगा।
काॅलेज द्वारा स्वंय विभिन्न प्रकार के कृषि उत्पादों की खेती किये जाने को भी उत्तरखण्ड के किसानों के लिए हितकर बताया। मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में सफलता से करियर बनाने वाले काॅलेज के पूर्व छात्रों को भी सम्मनित किया।
जे0 सी0 जैन ने उपस्थित मुख्य अतिथि एवं सभी अतिथियों का स्वागत किया और कहा कि यह हमारे एवं संस्थान के लिए बडे गर्व का विषय है कि हमारे मुख्.य अतिथि अपने व्यस्त समय से समय निकालकर हमारे बीच उपस्थित हुए है।
इसके साथ ही उन्हांेने बताया कोर की स्थापना कब और कैसे हुई । यह संस्था उत्तरी भारत में तकनीकी षिक्षा के उत्थान दृष्टि में रखते हुए 3 दिसम्बर 1998 को स्थापित की गई थी । 21 वर्ष कब बीत गये ऐसा लगता है कि कल ही की बात हैं । आज हम और हमारा देष बहुत सी समस्याओं से जूझ रहा है। जिनमे कुछ आन्तरिक है ओर कुछ बाहरी है। ऐसे हालातों में तकनीकी षिक्षा, छात्रों एवं षिक्षकों की जिम्मेदारी और गहरी हो जाती है जिससे देष पुनः प्रगति एवं संवृद्धि के मार्ग पर अग्रसर हो सके । प्रो0 एस0 पी0 गुप्ता, महानिदेषक कोर ने पिछले एक वर्ष की उपलब्धियों पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत की ।
इस कार्यक्रम का एक प्रमुख आकर्षण छात्रों द्वारा आयोजित वार्षिक तकनीकी प्रदर्षनी थी जहा 70 से अधिक परियोजनाओं और पोस्टरों को प्रदर्षित किया गया । जिसमें आधुनिक परिवहन के लिए लिटर हैंडलिंग सिस्टम, स्वचालित स्केच पेन फिलिंग स्टेषन, कोर माॅडल, स्वचालित पुल और आइओटी बिग डेटा और क्लाउड कंप्यूटिंग आधारित परियोजनाएं एक और सभी के लिए आकर्षण का केन्द्र बनी रही ।
इस अवसर पर 41 छात्रों के दक्षता प्राप्त करने पर उन्हें दक्षता पुरूस्कार से सम्मानित किया गया । जबकि 23 संकायों को उनके संबंधित विषयों में 100 प्रतिषत परिणाम के लिए षिक्षकों को सम्मानित किया गया । संस्थान में 10 व 15 साल की सेवा पूरी कर चुके षिक्षको को भी सम्मानित किया गया ।
इस शुभ अवसर पर आयोजित सभागार को संबोधित करते हुए समारोह के मुख्य अतिथि ने छात्रों एवं षिक्षकों कांे 22वें स्थापना दिवस की बधाई दी और उन्होंने संस्थान की उपलब्धियों की भूरी भूरी प्रषंसा की और देष के बदलते हुए परिवेष पर सभागार को सम्बोधित किया उन्होंने कहा आज हमारा देष परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है।
ये परिवर्तन ही हमारी संवृद्धि के रास्ते खोलेगा आने वाला समय मेहनती लोगो का होगा और किसी भी समय में कठिन परिश्रम का विकल्प नही रहा है। इसलिए हम मिलकर देष के विकास की दिषा में अपनी ईमानदारी से कठिन परिश्रम के कदम बढाने चाहिए । उच्च षिक्षा के संस्थानों के पास युवाओं के उज्ज्वल भविष्य का निर्माण करने का उल्लेखनीय एवं महत्वपूर्ण कार्य है। आज सब संथानों को गुणवत्तापूर्ण षिक्षा प्रदान करने के अलावा उन्हें समझदारी वाले भाई चारे के बीच उच्च नैतिक गुणों और प्रथाओं को भी अपनी षिक्षा में शामिल करना होगा । उन्होंने सुझाव दिया कि उत्तराखण्ड के ग्रामीण जनता की पीडा को दूर करने के लिए और अधिक शोध आधारित परियोजनाओं को लिया जाना चाहिए ।
कुलपति प्रो0 नरेन्द्र एस चैधरी, ने 22वें स्थापना दिवस की सभी छात्रों, कर्मचारियों, षिक्षकों एवं प्रबन्ध समिति को बधाई दी । और कहा काॅलेज आॅफ इंजीनियरिंग रूड़की की पहचान उत्तराखण्ड के मानचित्र पर ही नही अपितु इसकी पहचान भारत के मानचित्र पर है।उन्होंने भारत में तकनिकी षिक्षा के और विकास पर बल देते हुए कहा कि तकनिकी षिक्षा में उच्च गुणवत्ता के मानकों का पालन करना अत्यन्त आवष्यक है। क्योकि तकनिकी षिक्षा के बल पर ही हमारा देष प्रगति के मार्ग पर आगे बढ सकता है।साथ ही छाात्रों को अपने सामाजिक और नैतिक मूल्यो को समझना चाहिए ।
कार्यक्रम के अन्त में कोर प्रबन्ध समिति के सचिव सुभाष जैन सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया । इस अवसर पर कालेज के सभी छात्र-छात्राएं, कर्मचारी, षिक्षक जिनमें डीन डा0 डी वी गुप्ता, डा0 वी के सिंह, डा0 बी एम सिंह, डा0 वीरा लक्ष्मी, दिव्या मिश्रा, डा0 रामेष शर्मा, डा0 दीप गुप्ता, आदि उपस्थित रहे ।
* काॅलेज द्वारा स्वंय विभिन्न प्रकार के कृषि उत्पादों की खेती किये जाने को भी उत्तरखण्ड के किसानों के लिए हितकर बताया।
* मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में सफलता से करियर बनाने वाले काॅलेज के पूर्व छात्रों को भी सम्मनित किया।
(ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
हरिद्वार। काॅलेज आॅफ इंजीनियरिंग रूड़की (कोर) ने अपनी स्थापना के 21 वर्ष पूर्ण होने पर, एक दिवसीय कार्यक्रम आयोजित कर अपना स्थापना दिवस बडे़ हर्ष एवं उल्लास के साथ मनाया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री, उत्तराखण्ड सरकार त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए ।
कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्यमंत्री, उत्तराखण्ड सरकार त्रिवेन्द्र सिंह रावत, विषिष्ट अतिथि उत्तराखण्ड तकनीकी विष्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 नरेन्द्र एस चौधरी , संस्थान के अध्यक्ष जे0 सी0 जैन,उपाध्यक्ष श्रीमती सुनिता जैन, डा0 सुभाष जैन, श्रेयांष जैन, श्रीमती चारू जैन, ट्रस्टी कोर, महानिदेषक कोर प्रोफेसर एस पी गुप्ता, निदेषक, कोर स्कूल आॅफ मैनेजमेंट मेजर जनरल ओपी सोनी, एवं संस्थान के अन्य अधिकारियों ने दीप प्रज्वलन कर किया । इसके साथ ही कोर की छात्राओं द्वारा स्वागत गान प्रस्तुत किया गया ।
कोर काॅलेज के 22वें स्थापना दिवस पर राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली अंतरिक्ष सम्बन्धि शोध एवं तकनीकी विकास को देखते हुए उत्तराखण्ड स्थित काॅलेज आॅफ इंजीनियरिंग रूड़की एवं न्यू दिल्ली स्थित स्पेष डवलेपमेंट नेक्सस (एस0डी0एन0एक्स) द्वारा उत्तराखण्ड की पहली एस0डी0एन0एक्स सेन्टर फोर स्पेष एण्ड रिसर्च टैक्नोलाॅजी (एस0डी0एन0एक्स-सी0एस0आर0टी) का एम0ओ0यू0 करार किया गया ।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने काॅलेज में संचालित किये जा रहे एग्रीकल्चर तथा हाॅर्टीकल्चर विषय में स्नातक (बीएससी) की शिक्षा दिये जाने पर प्रसन्नता जाहिर की। उन्हेांने कहा कि किसान हमारे देश में सबसे अधिक श्रम करने वाला और न्यूनतम सुविधा में जीवन यापन करने वाला व्यक्ति है। वह दिन रात मेहनत करने के बाद भी अपने द्वारा किये श्रम का हिसाब नहीं लगाता। यदि काॅलेज में किसी को इस विषय की शिक्षा देकर निपूण बनाया जा रहा है तो यह कृषक वर्ग के लिए उन्नति का मार्ग प्रशस्त करेगा। उन्हेांने कहा कि अब यह विषय पढ़ाये जाने से हिसाब का पक्का किसान हमें मिलेगा।
काॅलेज द्वारा स्वंय विभिन्न प्रकार के कृषि उत्पादों की खेती किये जाने को भी उत्तरखण्ड के किसानों के लिए हितकर बताया। मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में सफलता से करियर बनाने वाले काॅलेज के पूर्व छात्रों को भी सम्मनित किया।
जे0 सी0 जैन ने उपस्थित मुख्य अतिथि एवं सभी अतिथियों का स्वागत किया और कहा कि यह हमारे एवं संस्थान के लिए बडे गर्व का विषय है कि हमारे मुख्.य अतिथि अपने व्यस्त समय से समय निकालकर हमारे बीच उपस्थित हुए है।
इसके साथ ही उन्हांेने बताया कोर की स्थापना कब और कैसे हुई । यह संस्था उत्तरी भारत में तकनीकी षिक्षा के उत्थान दृष्टि में रखते हुए 3 दिसम्बर 1998 को स्थापित की गई थी । 21 वर्ष कब बीत गये ऐसा लगता है कि कल ही की बात हैं । आज हम और हमारा देष बहुत सी समस्याओं से जूझ रहा है। जिनमे कुछ आन्तरिक है ओर कुछ बाहरी है। ऐसे हालातों में तकनीकी षिक्षा, छात्रों एवं षिक्षकों की जिम्मेदारी और गहरी हो जाती है जिससे देष पुनः प्रगति एवं संवृद्धि के मार्ग पर अग्रसर हो सके । प्रो0 एस0 पी0 गुप्ता, महानिदेषक कोर ने पिछले एक वर्ष की उपलब्धियों पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत की ।
इस कार्यक्रम का एक प्रमुख आकर्षण छात्रों द्वारा आयोजित वार्षिक तकनीकी प्रदर्षनी थी जहा 70 से अधिक परियोजनाओं और पोस्टरों को प्रदर्षित किया गया । जिसमें आधुनिक परिवहन के लिए लिटर हैंडलिंग सिस्टम, स्वचालित स्केच पेन फिलिंग स्टेषन, कोर माॅडल, स्वचालित पुल और आइओटी बिग डेटा और क्लाउड कंप्यूटिंग आधारित परियोजनाएं एक और सभी के लिए आकर्षण का केन्द्र बनी रही ।
इस अवसर पर 41 छात्रों के दक्षता प्राप्त करने पर उन्हें दक्षता पुरूस्कार से सम्मानित किया गया । जबकि 23 संकायों को उनके संबंधित विषयों में 100 प्रतिषत परिणाम के लिए षिक्षकों को सम्मानित किया गया । संस्थान में 10 व 15 साल की सेवा पूरी कर चुके षिक्षको को भी सम्मानित किया गया ।
इस शुभ अवसर पर आयोजित सभागार को संबोधित करते हुए समारोह के मुख्य अतिथि ने छात्रों एवं षिक्षकों कांे 22वें स्थापना दिवस की बधाई दी और उन्होंने संस्थान की उपलब्धियों की भूरी भूरी प्रषंसा की और देष के बदलते हुए परिवेष पर सभागार को सम्बोधित किया उन्होंने कहा आज हमारा देष परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है।
ये परिवर्तन ही हमारी संवृद्धि के रास्ते खोलेगा आने वाला समय मेहनती लोगो का होगा और किसी भी समय में कठिन परिश्रम का विकल्प नही रहा है। इसलिए हम मिलकर देष के विकास की दिषा में अपनी ईमानदारी से कठिन परिश्रम के कदम बढाने चाहिए । उच्च षिक्षा के संस्थानों के पास युवाओं के उज्ज्वल भविष्य का निर्माण करने का उल्लेखनीय एवं महत्वपूर्ण कार्य है। आज सब संथानों को गुणवत्तापूर्ण षिक्षा प्रदान करने के अलावा उन्हें समझदारी वाले भाई चारे के बीच उच्च नैतिक गुणों और प्रथाओं को भी अपनी षिक्षा में शामिल करना होगा । उन्होंने सुझाव दिया कि उत्तराखण्ड के ग्रामीण जनता की पीडा को दूर करने के लिए और अधिक शोध आधारित परियोजनाओं को लिया जाना चाहिए ।
कुलपति प्रो0 नरेन्द्र एस चैधरी, ने 22वें स्थापना दिवस की सभी छात्रों, कर्मचारियों, षिक्षकों एवं प्रबन्ध समिति को बधाई दी । और कहा काॅलेज आॅफ इंजीनियरिंग रूड़की की पहचान उत्तराखण्ड के मानचित्र पर ही नही अपितु इसकी पहचान भारत के मानचित्र पर है।उन्होंने भारत में तकनिकी षिक्षा के और विकास पर बल देते हुए कहा कि तकनिकी षिक्षा में उच्च गुणवत्ता के मानकों का पालन करना अत्यन्त आवष्यक है। क्योकि तकनिकी षिक्षा के बल पर ही हमारा देष प्रगति के मार्ग पर आगे बढ सकता है।साथ ही छाात्रों को अपने सामाजिक और नैतिक मूल्यो को समझना चाहिए ।
कार्यक्रम के अन्त में कोर प्रबन्ध समिति के सचिव सुभाष जैन सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया । इस अवसर पर कालेज के सभी छात्र-छात्राएं, कर्मचारी, षिक्षक जिनमें डीन डा0 डी वी गुप्ता, डा0 वी के सिंह, डा0 बी एम सिंह, डा0 वीरा लक्ष्मी, दिव्या मिश्रा, डा0 रामेष शर्मा, डा0 दीप गुप्ता, आदि उपस्थित रहे ।
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