* शतरंज खेल बच्चों की मानसिक स्थिति को दर्शाने का अच्छा माध्यम है।
* शिक्षा के साथ साथ खेल की गतिविधियों को वर्ष भर संचालित रखना चाहिए।
(ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
हरिद्वार। देवभूमि चैस एसोसिएशन द्वारा आयोजित रैपिड प्रतियोगिता में कई प्रांतों से आए खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभाग कर प्रदर्शन किया। अंतर्राष्ट्रीय नियमों के आधार पर गीत गोविन्द बेंकट हाॅल में आयोजित शतरंज प्रतियोगिता में विजय हासिल करने वाले खिलाड़ियों को पुरूस्कृत किया गया।
खिलाड़ियों को पुरूस्कृत करने के दौरान मुख्य अतिथी डा.विशाल गर्ग ने कहा कि शतरंज खेल को हरिद्वार में प्रचारित प्रसारित करने के उद्देश्य से यह प्रतियोगिता आयोजित की गयी। विभिन्न राज्यों से प्रतिभागियों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया। ओपन कैटेगरी के अलावा अन्य प्रतिभागियों ने भी शतरंज में अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित किया। प्रथम बार बड़े स्तर पर प्रतियोगिता आयोजित की गयी है।
आगे भी इस तरह की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। रोहित सिंह राणा ने कहा कि शतरंज खेल बच्चों की मानसिक स्थिति को दर्शाने का अच्छा माध्यम है। खिलाड़ी बौद्धिक रूप से मजबूत होता है। छात्र छात्राओं को बढ़चढ़ कर शतरंज खेल के प्रति अपनी रूचि को बढ़ाना चाहिए। मुकेश अग्रवाल ने अच्छा प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शिक्षा के साथ साथ खेल की गतिविधियों को वर्ष भर संचालित रखना चाहिए। शतरंज खेल मानसिक विकास में सहायक है।
आचार्य कुलदीप, एमबी विश्वास ने कहा कि उत्तराखण्ड सहित अन्य प्रदेशों से भी प्रतिभागियों ने शतरंज प्रतियोगिता में अपना अच्छा प्रदर्शन किया। बौद्धिक कौशल दिखाने का यह सशक्त माध्यम है। ओपन कैटेगरी में रोहित सिंह राणा, ललित कपूर, विनय राज भट्ट, अंकित, नारायण यादव, अनिल कुमार, एश्ले जाॅन, ब्रिजेश राय, एचके पाण्डे, मनोज कुमार के अलावा अंडर15 में कृशांसु सैनी व अंडर 10 में प्रत्युश आदि ने बेहतर खेल का प्रदर्शन किया। मुख्य अतिथीयों द्वारा अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को पुरूस्कृत किया गया।
* शिक्षा के साथ साथ खेल की गतिविधियों को वर्ष भर संचालित रखना चाहिए।
(ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
हरिद्वार। देवभूमि चैस एसोसिएशन द्वारा आयोजित रैपिड प्रतियोगिता में कई प्रांतों से आए खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभाग कर प्रदर्शन किया। अंतर्राष्ट्रीय नियमों के आधार पर गीत गोविन्द बेंकट हाॅल में आयोजित शतरंज प्रतियोगिता में विजय हासिल करने वाले खिलाड़ियों को पुरूस्कृत किया गया।
खिलाड़ियों को पुरूस्कृत करने के दौरान मुख्य अतिथी डा.विशाल गर्ग ने कहा कि शतरंज खेल को हरिद्वार में प्रचारित प्रसारित करने के उद्देश्य से यह प्रतियोगिता आयोजित की गयी। विभिन्न राज्यों से प्रतिभागियों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया। ओपन कैटेगरी के अलावा अन्य प्रतिभागियों ने भी शतरंज में अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित किया। प्रथम बार बड़े स्तर पर प्रतियोगिता आयोजित की गयी है।
आगे भी इस तरह की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। रोहित सिंह राणा ने कहा कि शतरंज खेल बच्चों की मानसिक स्थिति को दर्शाने का अच्छा माध्यम है। खिलाड़ी बौद्धिक रूप से मजबूत होता है। छात्र छात्राओं को बढ़चढ़ कर शतरंज खेल के प्रति अपनी रूचि को बढ़ाना चाहिए। मुकेश अग्रवाल ने अच्छा प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शिक्षा के साथ साथ खेल की गतिविधियों को वर्ष भर संचालित रखना चाहिए। शतरंज खेल मानसिक विकास में सहायक है।
आचार्य कुलदीप, एमबी विश्वास ने कहा कि उत्तराखण्ड सहित अन्य प्रदेशों से भी प्रतिभागियों ने शतरंज प्रतियोगिता में अपना अच्छा प्रदर्शन किया। बौद्धिक कौशल दिखाने का यह सशक्त माध्यम है। ओपन कैटेगरी में रोहित सिंह राणा, ललित कपूर, विनय राज भट्ट, अंकित, नारायण यादव, अनिल कुमार, एश्ले जाॅन, ब्रिजेश राय, एचके पाण्डे, मनोज कुमार के अलावा अंडर15 में कृशांसु सैनी व अंडर 10 में प्रत्युश आदि ने बेहतर खेल का प्रदर्शन किया। मुख्य अतिथीयों द्वारा अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को पुरूस्कृत किया गया।
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