* स्मृति की कांग्रेस के कुछ सदस्यों के साथ तीखी नोकझोंक।
* सुप्रिया सुले ने उत्तेजित कांग्रेस सदस्यों को बैठाने का प्रयास किया।
(ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
नई दिल्ली। लोकसभा का शीतकालीन सत्र इन दिनों चल रहा है ,इसी बीच संसद में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस के दो सांसदों पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस के दो सांसद बांह चढ़ाकर आक्रामक तरीके से मेरी ओर बढ़े, उन्होंने कहा, 'क्या बीजेपी की महिला सांसद होना मेरी गलती है। एक सांसद ने तो यहां तक कहा कि मैं बोल ही क्यों रही हूं , मैं स्तब्ध हूं. इस मामले में मुझे कुछ नहीं कहना।
दरअसल शुक्रवार को लोकसभा में उन्नाव और हैदराबाद में हुई गैंग रेप की घटनाओं को लेकर जमकर हंगामा हुआ। इसी पर चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि आज हम एक तरफ राम मंदिर बनाने वाले हैं दूसरी तरफ देश में ‘सीताएं जलाई जा रही हैं। इस पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि बलात्कार जैसी घटनाओं पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।
स्मृति की कांग्रेस के कुछ सदस्यों के साथ तीखी नोकझोंक इस मुद्दे पर स्मृति ईरानी और कांग्रेस के कुछ सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि गंभीर टिप्पणी का जवाब गंभीर टिप्पणी से दिया जा सकता है, लेकिन सदस्य आसन की ओर नहीं बढ़ सकते। साथ ही उन्होंने कहा कि सहयोग से ही कार्यवाही चलनी चाहिए और सदन की गरिमा बनाए रखनी चाहिए। स्मृति ईरानी के बयान के दौरान ही कांग्रेस के टीएन प्रतापन और कुछ सदस्य विरोध करते हुए अपनी सीट से उठकर आसन की ओर बढ़ने लगे। प्रतापन को केंद्रीय मंत्री ईरानी की ओर संकेत करके कुछ कहते देखा गया।
सुप्रिया सुले ने उत्तेजित कांग्रेस सदस्यों को बैठाने का प्रयास किया
इस पर ईरानी ने कहा कि उन्हें इस सदन का सदस्य होने के नाते अपनी बात रखने का अधिकार है। वह कांग्रेस सदस्यों से यह भी कहते सुनी गयीं कि वे उन पर चिल्ला नहीं सकते। इस बीच स्मृति ईरानी भी अपनी सीट से बाहर निकलकर आईं। राकांपा की सुप्रिया सुले एवं कुछ अन्य सदस्यों ने उत्तेजित कांग्रेस सदस्यों को बैठाने का प्रयास किया, वहीं केंद्रीय मंत्रियों प्रहलाद जोशी और प्रहलाद पटेल ने स्मृति ईरानी को बैठने का आग्रह किया। शून्यकाल में केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों के बयानों की ओर इशारा करते हुए कहा कि इस विषय पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के एक सदस्य कह रहे थे कि राजनीतिक मुद्दा नहीं है लेकिन उन्होंने महिला सुरक्षा और सम्मान के विषय को भी सांप्रदायिकता से जोड़ दिया जो इससे पहले कभी नहीं हुआ।
स्मृति ईरानी ने विपक्ष को याद दिलाया मालदा
ईरानी ने कहा कि पश्चिम बंगाल के एक सदस्य ने हैदराबाद और उन्नाव की बात की लेकिन मालदा की बात नहीं की। उनके राज्य में पंचायत चुनाव में बलात्कार की घटनाओं को राजनीतिक हथियार बनाया गया और यहां राजनीति की बात हो रही है। हालांकि अमेठी से भाजपा सांसद ईरानी के बयान पर कांग्रेस के सदस्य विरोध जताने लगे। इससे पहले कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने उन्नाव कांड का जिक्र करते हुए शून्यकाल में कहा था कि उन्नाव में कुछ दिन पहले ही रिहा किये गये आरोपियों ने पीड़िता को जला दिया। चौधरी ने कहा कि आरोपियों को इतनी ताकत मिलती कैसे है। (फोटो साभार -लोकसभा टीवी & ANI TV)
* सुप्रिया सुले ने उत्तेजित कांग्रेस सदस्यों को बैठाने का प्रयास किया।
(ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
नई दिल्ली। लोकसभा का शीतकालीन सत्र इन दिनों चल रहा है ,इसी बीच संसद में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस के दो सांसदों पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस के दो सांसद बांह चढ़ाकर आक्रामक तरीके से मेरी ओर बढ़े, उन्होंने कहा, 'क्या बीजेपी की महिला सांसद होना मेरी गलती है। एक सांसद ने तो यहां तक कहा कि मैं बोल ही क्यों रही हूं , मैं स्तब्ध हूं. इस मामले में मुझे कुछ नहीं कहना।
दरअसल शुक्रवार को लोकसभा में उन्नाव और हैदराबाद में हुई गैंग रेप की घटनाओं को लेकर जमकर हंगामा हुआ। इसी पर चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि आज हम एक तरफ राम मंदिर बनाने वाले हैं दूसरी तरफ देश में ‘सीताएं जलाई जा रही हैं। इस पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि बलात्कार जैसी घटनाओं पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।
स्मृति की कांग्रेस के कुछ सदस्यों के साथ तीखी नोकझोंक इस मुद्दे पर स्मृति ईरानी और कांग्रेस के कुछ सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि गंभीर टिप्पणी का जवाब गंभीर टिप्पणी से दिया जा सकता है, लेकिन सदस्य आसन की ओर नहीं बढ़ सकते। साथ ही उन्होंने कहा कि सहयोग से ही कार्यवाही चलनी चाहिए और सदन की गरिमा बनाए रखनी चाहिए। स्मृति ईरानी के बयान के दौरान ही कांग्रेस के टीएन प्रतापन और कुछ सदस्य विरोध करते हुए अपनी सीट से उठकर आसन की ओर बढ़ने लगे। प्रतापन को केंद्रीय मंत्री ईरानी की ओर संकेत करके कुछ कहते देखा गया।
सुप्रिया सुले ने उत्तेजित कांग्रेस सदस्यों को बैठाने का प्रयास किया
इस पर ईरानी ने कहा कि उन्हें इस सदन का सदस्य होने के नाते अपनी बात रखने का अधिकार है। वह कांग्रेस सदस्यों से यह भी कहते सुनी गयीं कि वे उन पर चिल्ला नहीं सकते। इस बीच स्मृति ईरानी भी अपनी सीट से बाहर निकलकर आईं। राकांपा की सुप्रिया सुले एवं कुछ अन्य सदस्यों ने उत्तेजित कांग्रेस सदस्यों को बैठाने का प्रयास किया, वहीं केंद्रीय मंत्रियों प्रहलाद जोशी और प्रहलाद पटेल ने स्मृति ईरानी को बैठने का आग्रह किया। शून्यकाल में केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों के बयानों की ओर इशारा करते हुए कहा कि इस विषय पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के एक सदस्य कह रहे थे कि राजनीतिक मुद्दा नहीं है लेकिन उन्होंने महिला सुरक्षा और सम्मान के विषय को भी सांप्रदायिकता से जोड़ दिया जो इससे पहले कभी नहीं हुआ।
स्मृति ईरानी ने विपक्ष को याद दिलाया मालदा
ईरानी ने कहा कि पश्चिम बंगाल के एक सदस्य ने हैदराबाद और उन्नाव की बात की लेकिन मालदा की बात नहीं की। उनके राज्य में पंचायत चुनाव में बलात्कार की घटनाओं को राजनीतिक हथियार बनाया गया और यहां राजनीति की बात हो रही है। हालांकि अमेठी से भाजपा सांसद ईरानी के बयान पर कांग्रेस के सदस्य विरोध जताने लगे। इससे पहले कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने उन्नाव कांड का जिक्र करते हुए शून्यकाल में कहा था कि उन्नाव में कुछ दिन पहले ही रिहा किये गये आरोपियों ने पीड़िता को जला दिया। चौधरी ने कहा कि आरोपियों को इतनी ताकत मिलती कैसे है। (फोटो साभार -लोकसभा टीवी & ANI TV)
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