* छात्राओं को आत्मरक्षा के मंत्र एवं तौर तरीके सिखाने हेतु कालेज में महिला ट्रेनर की भी नियुक्ति की जाएगी ।
(ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
हरिद्वार। उच्च शिक्षा उन्नयन समिति उत्तराखंड की उपाध्यक्षा श्रीमती दीप्ति रावत भारद्वाज द्वारा उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत को लिखें पत्र के अनुपालन में उच्च शिक्षा निदेशक के द्वारा उत्तराखण्ड के सभी कॉलेजो के प्राचार्य को निर्देशित किया गया है कि वह स्थानीय पुलिस प्रशासन के सहयोग से छात्राओं के लिए उनकी आत्मरक्षा संबंधी गुरु सिखाने हेतु एक कार्यशाला का आयोजन महाविद्यालय में यथाशीघ्र प्रारंभ करें ।
इस आदेश के अनुपालन में SMJN कॉलेज के प्राचार्य डॉ सुनील कुमार बत्रा ने बताया की छात्राओं को आत्मरक्षा के मंत्र एवं तौर तरीके सिखाने हेतु यथाशीघ्र कालेज में एक महिला ट्रेनर की भी नियुक्ति की जाएगी ।डॉक्टर बत्रा ने बताया की कॉलेज की महिला सैल की अध्यक्षा डॉक्टर श्रीमती सरस्वती पाठक के द्वारा इस आशय का अनुरोध करने पर वे प्रबंध समिति के सचिव श्रीमहंत रविंद्र पुरी के निर्देशों के अनुरूप कॉलेज में शीघ्र ही इस व्यवस्था को लागू करेंगे ।
इस प्रकार की व्यवस्था करने वाला एस एम जें एन पीजी कॉलेज उत्तराखंड का प्रथम कॉलेज होगा ।इस निर्णय के लागू होने से छात्राओं में एक और तों आत्मबल की वृद्धि होगी ,वहीं दूसरी ओर छात्राएं भी इसे अपने जीवन शैली का हिस्सा बनाकर किसी भी आपात स्थिति से निपटने में स्वयं सक्षम होंगी।
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हरिद्वार। उच्च शिक्षा उन्नयन समिति उत्तराखंड की उपाध्यक्षा श्रीमती दीप्ति रावत भारद्वाज द्वारा उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत को लिखें पत्र के अनुपालन में उच्च शिक्षा निदेशक के द्वारा उत्तराखण्ड के सभी कॉलेजो के प्राचार्य को निर्देशित किया गया है कि वह स्थानीय पुलिस प्रशासन के सहयोग से छात्राओं के लिए उनकी आत्मरक्षा संबंधी गुरु सिखाने हेतु एक कार्यशाला का आयोजन महाविद्यालय में यथाशीघ्र प्रारंभ करें ।
इस आदेश के अनुपालन में SMJN कॉलेज के प्राचार्य डॉ सुनील कुमार बत्रा ने बताया की छात्राओं को आत्मरक्षा के मंत्र एवं तौर तरीके सिखाने हेतु यथाशीघ्र कालेज में एक महिला ट्रेनर की भी नियुक्ति की जाएगी ।डॉक्टर बत्रा ने बताया की कॉलेज की महिला सैल की अध्यक्षा डॉक्टर श्रीमती सरस्वती पाठक के द्वारा इस आशय का अनुरोध करने पर वे प्रबंध समिति के सचिव श्रीमहंत रविंद्र पुरी के निर्देशों के अनुरूप कॉलेज में शीघ्र ही इस व्यवस्था को लागू करेंगे ।
इस प्रकार की व्यवस्था करने वाला एस एम जें एन पीजी कॉलेज उत्तराखंड का प्रथम कॉलेज होगा ।इस निर्णय के लागू होने से छात्राओं में एक और तों आत्मबल की वृद्धि होगी ,वहीं दूसरी ओर छात्राएं भी इसे अपने जीवन शैली का हिस्सा बनाकर किसी भी आपात स्थिति से निपटने में स्वयं सक्षम होंगी।
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