* कोतवाली पुलिस ने मात्र 36 घण्टे के अंदर ही उस गरीब की बच्चियों को सकुशल बरामद कर दो अभियुक्तों को भी गिरफ्तार किया है।
* शायद इसीलिए उत्तराखण्ड पुलिस को मित्र पुलिस की संज्ञा दी जाती है।
(ब्यूरो,न्यूज 1 हिन्दुस्तान)
हरिद्वार।कोतवाली हरिद्वार पुलिस ने विष्णु घाट,रोड़ीबेलवाला की झुग्गियों में से गायब चार नाबालिक बच्चियों को मात्र 36 घण्टे में ही ढूंढ़ निकाला,जो कि काबिले तारीफ ही नहीं,अपितु ऐसी ही कार्य प्रणाली से जनता का पुलिस से उठ चुका विश्वास फिर कायम हो सकेगा।शायद इसीलिए उत्तराखण्ड पुलिस को मित्र पुलिस की संज्ञा दी जाती है।
आपको जानकर आश्चर्य जरूर हो रहा होगा,पर यह घटना शत प्रतिशत सत्य है।कोतवाली पुलिस ने मात्र 36 घण्टे के अंदर ही उस गरीब की बच्चियों को सकुशल बरामद कर दो अभियुक्तों को भी गिरफ्तार किया है।
सीओ सिटी कार्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान एसएसपी सेंथिल अबुदाई कृष्णराज एस ने बताया कि विष्णु घाट रोड़ीबेलावला की झुग्गियों में रहने वाला मनोज पुत्र शिगोमणि ने जोकि घाटों पर फूल पत्तियों बेचने का कार्य करता है ने बताया कि गत 29 जनवरी की शाम को अपने चारो बच्चियों जिनकी उम्र क्रमशः 12 वर्ष,08 वर्ष,05 वर्ष व 02 वर्ष है शाम से घर से गायब है।
उन्होंने बताया कि सूचना मिलते ही एस पी सिटी कमलेश उपाध्याय व सीओ सिटी अभय सिंह के निर्देशन व कोतवाली प्रभारी प्रवीण सिंह कोश्यारी के नेतृत्व में तुरंत मुकदमा दर्ज कर बच्चो के सकुशल बरामदी के लिए तलाश व पूछताछ शुरू की गई।इस दौरान पता चला कि झुग्गियों में ही रहने वाला प्रवेश पुत्र राजेन्द्र निवासी दिल्ली घटना के समय से ही गायब है।
एसएसपी ने बताया कि तत्काल उप निरीक्षक पवन डिमरी को पुलिस फोर्स के साथ बच्चियों कि बरामदी व अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु भेजा गया। पुलिसिया कार्यवाही और सर्विलांस के दौरान पता चला कि प्रवेश अपना मोबाइल लगातार बन्द व खोल रहा है तथा अपनी लोकेशन भी बदल रहा है।इसी बीच आज सुबह मुखवीर से सूचना मिली कि अपहृत बच्चो के हुलिये व दो व्यक्ति रुड़की रेलवे स्टेशन पर कहीं जाने की फिराक में बैठे है।
सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने रुड़की स्टेशन से अपहृत बच्चियों सहित दो व्यक्तियों को पकड़कर पूछताछ की तो पता चला कि दोनों प्रवेश व दूसरा नाबालिक है,को पकड़ा गया।पुलिसिया पूछताछ में प्रवेश ने बताया कि वह बच्चियों को अपहृत कर भिक्षावृत्ति करवाकर पैसा कमाना चाहता था।
एसएसपी ने बताया कि पकड़े गए दोनों अभियुक्तों के अपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है। साथ ही यह भी पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि कहीं इनका बच्चा चोरी कर भिक्षावृत्ति करने वाले गिरोह से तो नहीं है।
* शायद इसीलिए उत्तराखण्ड पुलिस को मित्र पुलिस की संज्ञा दी जाती है।
(ब्यूरो,न्यूज 1 हिन्दुस्तान)
हरिद्वार।कोतवाली हरिद्वार पुलिस ने विष्णु घाट,रोड़ीबेलवाला की झुग्गियों में से गायब चार नाबालिक बच्चियों को मात्र 36 घण्टे में ही ढूंढ़ निकाला,जो कि काबिले तारीफ ही नहीं,अपितु ऐसी ही कार्य प्रणाली से जनता का पुलिस से उठ चुका विश्वास फिर कायम हो सकेगा।शायद इसीलिए उत्तराखण्ड पुलिस को मित्र पुलिस की संज्ञा दी जाती है।
आपको जानकर आश्चर्य जरूर हो रहा होगा,पर यह घटना शत प्रतिशत सत्य है।कोतवाली पुलिस ने मात्र 36 घण्टे के अंदर ही उस गरीब की बच्चियों को सकुशल बरामद कर दो अभियुक्तों को भी गिरफ्तार किया है।
सीओ सिटी कार्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान एसएसपी सेंथिल अबुदाई कृष्णराज एस ने बताया कि विष्णु घाट रोड़ीबेलावला की झुग्गियों में रहने वाला मनोज पुत्र शिगोमणि ने जोकि घाटों पर फूल पत्तियों बेचने का कार्य करता है ने बताया कि गत 29 जनवरी की शाम को अपने चारो बच्चियों जिनकी उम्र क्रमशः 12 वर्ष,08 वर्ष,05 वर्ष व 02 वर्ष है शाम से घर से गायब है।
उन्होंने बताया कि सूचना मिलते ही एस पी सिटी कमलेश उपाध्याय व सीओ सिटी अभय सिंह के निर्देशन व कोतवाली प्रभारी प्रवीण सिंह कोश्यारी के नेतृत्व में तुरंत मुकदमा दर्ज कर बच्चो के सकुशल बरामदी के लिए तलाश व पूछताछ शुरू की गई।इस दौरान पता चला कि झुग्गियों में ही रहने वाला प्रवेश पुत्र राजेन्द्र निवासी दिल्ली घटना के समय से ही गायब है।
सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने रुड़की स्टेशन से अपहृत बच्चियों सहित दो व्यक्तियों को पकड़कर पूछताछ की तो पता चला कि दोनों प्रवेश व दूसरा नाबालिक है,को पकड़ा गया।पुलिसिया पूछताछ में प्रवेश ने बताया कि वह बच्चियों को अपहृत कर भिक्षावृत्ति करवाकर पैसा कमाना चाहता था।
एसएसपी ने बताया कि पकड़े गए दोनों अभियुक्तों के अपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है। साथ ही यह भी पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि कहीं इनका बच्चा चोरी कर भिक्षावृत्ति करने वाले गिरोह से तो नहीं है।
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