* कालाढूंगी से विधायक बंशीधर भगत को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चुना गया है।
* भगत अब तक छह बार विधायक बन चुके हैं ।वर्ष 1975 में जनसंघ पार्टी से जुड़े।
(ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
उनमे से भगत के नाम पर भाजपा केंद्रीय नेतृत्व पहले से मन बनाये चूका था ,चुनाव तो सिर्फ औपचारिकता ही थी। आपको बता दे कि उत्तराखंड बीजेपी के नए अध्यक्ष के नाम का ऐलान हो गया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और कालाढूंगी से विधायक बंशीधर भगत को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चुना गया है। देहरादून पार्टी कार्यालय में आज इसका ऐलान किया गया।
भगत अब तक छह बार विधायक बन चुके हैं ।वर्ष 1975 में जनसंघ पार्टी से जुड़े। इसके बाद उन्होंने किसान संघर्ष समिति बनाकर राजनीति में प्रवेश किया। राम जन्म भूमि आंदोलन में वह 23 दिन अल्मोड़ा जेल में रहे। वर्ष 1989 में उन्होंने नैनीताल-ऊधमसिंह नगर के जिला अध्यक्ष का पद संभाला। वर्ष 1991 में वह पहली बार उत्तर प्रदेश विधानसभा में नैनीताल से विधायक बने।
फिर 1993 व 1996 में तीसरी बार नैनीताल के विधायक बने। इस दौरान उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार में खाद्य एंव रसद राज्यमंत्री, पर्वतीय विकास मंत्री, वन राज्य मंत्री का कार्यभार संभाला। वर्ष 2000 में राज्य गठन के बाद वह उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री रहे। वर्ष 2007 में हल्द्वानी विधानसभा वह चौथी बार विधायक बने। उत्तराखंड सरकार में उन्हें वन और परिवहन मंत्री बनाया गया। इसके बाद 2012 में परिसिमन कालाढूंगी विधानसभा से उन्होंने फिर विजय प्राप्त की। फिर वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में छठीं जीत दर्ज की।
* भगत अब तक छह बार विधायक बन चुके हैं ।वर्ष 1975 में जनसंघ पार्टी से जुड़े।
(ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून। उत्तराखण्ड बीजेपी के नए प्रदेश के नाम का ऐलान देहरादून स्थित कार्यालय में हो गया।
News 1 Hindustan की खबर पर लगी मुहर ,इसके सम्बन्ध में आज सुबह ही आप सभी अवगत कराया था कि "विधायक बंशीधर भगत को सकती है उत्तराखण्ड भाजपा की कमान " नामक शीर्षक 11 . 50 मिनट के आस पास अवगत कराया था कि केंद्रीय पर्यवेक्षक जो लिफाफा लाये है। उनमे से भगत के नाम पर भाजपा केंद्रीय नेतृत्व पहले से मन बनाये चूका था ,चुनाव तो सिर्फ औपचारिकता ही थी। आपको बता दे कि उत्तराखंड बीजेपी के नए अध्यक्ष के नाम का ऐलान हो गया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और कालाढूंगी से विधायक बंशीधर भगत को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चुना गया है। देहरादून पार्टी कार्यालय में आज इसका ऐलान किया गया।
भगत अब तक छह बार विधायक बन चुके हैं ।वर्ष 1975 में जनसंघ पार्टी से जुड़े। इसके बाद उन्होंने किसान संघर्ष समिति बनाकर राजनीति में प्रवेश किया। राम जन्म भूमि आंदोलन में वह 23 दिन अल्मोड़ा जेल में रहे। वर्ष 1989 में उन्होंने नैनीताल-ऊधमसिंह नगर के जिला अध्यक्ष का पद संभाला। वर्ष 1991 में वह पहली बार उत्तर प्रदेश विधानसभा में नैनीताल से विधायक बने।
फिर 1993 व 1996 में तीसरी बार नैनीताल के विधायक बने। इस दौरान उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार में खाद्य एंव रसद राज्यमंत्री, पर्वतीय विकास मंत्री, वन राज्य मंत्री का कार्यभार संभाला। वर्ष 2000 में राज्य गठन के बाद वह उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री रहे। वर्ष 2007 में हल्द्वानी विधानसभा वह चौथी बार विधायक बने। उत्तराखंड सरकार में उन्हें वन और परिवहन मंत्री बनाया गया। इसके बाद 2012 में परिसिमन कालाढूंगी विधानसभा से उन्होंने फिर विजय प्राप्त की। फिर वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में छठीं जीत दर्ज की।
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