*ऋषिकेश-श्रीनगर हाईवे पर रात के समय वाहनों की आवाजाही कभी भी बंद हो सकती है।
देहरादून। देवभूमि के चारों धामों को जोड़ने के लिए आल वेदर रोड़ का काम तेज गति से चल रहा है। आने वाले समय में ये परियोजना पहाड़ की लाइफ लाइन साबित होगी। यहीं नहीं श्रद्धालुओ के लिए भी यात्रा करना सुगम रहेगा। इस बार 26 अप्रैल से यात्रा शुरू हो रही है। ऐसे में एनएच यात्रा से पहले कटिंग का काम पूरा करना चाहता है। ताकि यात्रा के दौरान मलबा गिरने से यातायाता बाधित न हो।
ऋषिकेश-श्रीनगर हाईवे पर रात के समय वाहनों की आवाजाही कभी भी बंद हो सकती है। एनएच ने ऑलवेदर रोड कटिंग के लिए मार्ग बंद किये जाने की अनुमति शासन- प्रशासन से मांगी है। इसके लिये एनएच अधिकारियों ने शासन-प्रशासन से रात 8 बजे से सुबह 5 बजे तक 9 घंटे तक रात के समय मार्ग बंद करने की अनुमति मांगी है।
खासकर तोताघाटी में ऑल वेदर रोड निर्माण में परेशानी आ रही है। यहां मार्ग बंद करने के बाद ही तेजी से कटान किया जा सकता है। दो विभागों ने अनुमति दे दी है। अब केवल बीआरओ से अनुमति मिलने का इंतजार है। इससे कुछ दिन पौड़ी, चमोली, रूद्रप्रयाग और श्रीनगर के लोगों को परेशानी आएगी। उन्हें वैकल्पिक मार्ग का इस्तेमाल करना होगा।
खासकर तोताघाटी में ऑल वेदर रोड निर्माण में परेशानी आ रही है। यहां मार्ग बंद करने के बाद ही तेजी से कटान किया जा सकता है। दो विभागों ने अनुमति दे दी है। अब केवल बीआरओ से अनुमति मिलने का इंतजार है। इससे कुछ दिन पौड़ी, चमोली, रूद्रप्रयाग और श्रीनगर के लोगों को परेशानी आएगी। उन्हें वैकल्पिक मार्ग का इस्तेमाल करना होगा।
बीआरओ से अनुमति का इंतजार
अधिशासी अभियंता, एनएच राजेश बिजल्वाण का कहना है कि एनएच ने ऑलवेदर रोड कटिंग के लिए रात के समय वाहनों को बंद रखने की मांग की थी। जिस पर केंद्रीस सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने हरी झंडी दे दी है। लोनिवि एवं एआरटीओ से भी अनुमति मिल चुकी है। शिवरात्रि से पहले बीआरओ से अनुमति मिल जायेगी। अनुमति मिलते ही करीब एक माह तक रात के समय वाहनों की आवाजाही बंद हो जाएगी। वाहनों के लिए रूट डायवर्ट किया जाएगा।
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