भारत में बुर्के पर प्रतिबंध की कोई जरूरत नहीं-भाजपा।
शिवसेना पर चुनाव आयोग कार्यवाही करें-ओवैसी।
बनारस से तेज बहादुर का नामांकन खारिज।
(एस.पी.मित्तल)
एक मई को भाजपा ने अपने सहयोगी दल शिवसेना की उस मांग को खारिज कर दिया है जिसमें मुस्लिम महिलाओं के बुर्का पहनने पर रोक लगाने की बात कही गई थी। शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि जिस प्रकार पड़ौसी देश श्रीलंका ने बुर्के पर प्रतिबंध लगाया है उसी प्रकार भारत में भी लगाया जाए। बुर्के पर एक मई को देश की राजनीति अचानक तब गर्म हो गई जब एएमआईएस के असद्दीन ओवैसी भी बुर्के की जंग में कूद पड़े। ओवैसी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान बुर्के पर प्रतिबंध की मांग कर शिवसेना ने आचार संहिता का उल्लंघन किया है, इसलिए चुनाव आयोग को कार्यवाही करनी चाहिए। ओवैसी ने कहा कि शिवसेना और भाजपा अपना हिन्दुत्व का एजेंडा मुसलमानों पर थोपना चाहती हैं। सरकार की लड़ाई आतंक के खिलाफ हो न कि किसी समुदाय की डे्रस के खिलाफ। ओवैसी का प्रयास था कि शिवसेना की इस मांग पर भाजपा का घेरा जाए, लेकिन भाजपा के प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने थोड़ी ही देर में स्पष्ट कर दिया कि भारत में बुर्के पर प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत में ऐसे हालात नहीं है कि मुस्लिम महिलाओं के बुर्का पहनने पर रोक लगाई जाए। नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार आतंकवादियों के खिलाफ कार्यवाही करने में समक्ष है। श्रीलंका की सरकार ने अपनी घरेलू परिस्थितियों के मद्देनजर बुर्के पर रोक लगाई होगी, लेकिन भारत की परिस्थितियां अच्छी हैं।
तेज बहादुर का नामांकन खारिज:
1 मई को बनारस के जिला निर्वाचन अधिकारी ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार तेज बहादुर यादव का नामांकन खारिज कर दिया है। निर्वाचन अधिकारी ने यादव से उनकी बीएसएफ से बर्खास्तगी के संबंध में आवश्यक दस्तावेज मांगे थे, लेकिन यादव ने निर्धारित समय तक कोई संतोष जनक जवाब प्रस्तुत नहीं किया। नामांकन को अधूरी जानकारी वाला मानते हुए रद्द कर दिया गया। यादव ने कहा कि निर्वाचन अधिकारी के इस फैसले के खिलाफ दो मई को वे सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करेंगे। उल्लेखनीय है कि बनारस से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भाजपा के उम्मीदवार हैं। सपा ने पहले बनारस से शालिनी यादव को उम्मीदवार घोषित किया था। शालिनी का नामांकन सही पाया गया है।
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