आईआरसी में पूरे भारत के विभिन्न राज्यों से छात्र भाग लेंगे ओर प्रतियोगिता में विज्ञान औद्योगिक इंजीनियरिंग और गणित में रुचि को बढ़ाने के लिए आयोजन किया जा रहा है। आईआरसी की 3 अलग-अलग श्रेणियों में कंपटीशन कराया जाएगा। जिसमे जूनियर, मिडिल व सीनियर में बच्चे अपनी अपनी प्रतिभा दिखाएंगे।
समाजसेवी डॉ विशाल गर्ग ने सलेक्ट होने वाले बच्चों को बधाई देते हुए कहा की अविष्कार कम्पनी के दुवारा चलाये जा रहे प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने वाले बच्चे 10 दिन की ट्रेनिग में इतनी अच्छी प्रतिभा दिखा रहे है यदि बच्चों को सही समय रहते पूरी ट्रेनिंग मिलेगी तो उत्तराखण्ड के हरिद्वार से आने वाले समय मे बच्चे हरिद्वार का नाम रोशन करेंगे।
उत्तराखंड के हरिद्वार से भी बच्चे रोबर्ट बनाने में अपनी प्रतिभा को दिखने में पीछे नही है। जिस प्रतियोगिता में पूरे भारत के अलग अलग राज्यो से बच्चे आ रहे है तो वही उत्तराखण्ड के हरिद्वार से भी बच्चे अपनी प्रतिभा को निखारने में जी तोड़ मेहनत कर रहे है। कहा की रोबोट हमारे जीवन में हर तरह के कार्यों को करने का पूर्ण रूप से योगदान करता है जिसमें रोबोट आज की दुनिया का एक अनोखा संसाधन है आने वाले समय मे रॉबर्ट की तकनीक बहुत बढ़ जाएगी जैसे जैसे मनुष्य के जीवन में टेक्नोलॉजी बढ़ रही है वैसे वैसे रॉबर्ट की जरूरतें भी बढ़ जाएंगी। अविष्कार कम्पनी की चैनल पार्टनर रेखा कपूर ने बताया कि हरिद्वार में बच्चो को रॉबर्ट बनाने की पूरी ट्रेनिग दी जा रही है बच्चे भी रॉबर्ट बनाने में अपनी पूरी रुचि दिखा रहे है। वही हमने बच्चो से इस बारे में बात की तो बच्चे पढ़ाई के साथ साथ रोबॉट बनाना भी जरूरी मान रहे है। उनका कहना है कि जीवन मे पढ़ाई के साथ साथ टेक्नोलॉजी का सीखना भी जरूरी है इस प्रतिभा में अंश कपूर, हर्ष सुमराव, वंश उप्रेती, आगसत्या पाण्डेय, मिडिल लेवल श्रेणी दर्श , लक्ष्य तिर्वेदी, नित्यम छाबरा, अर्नव त्यागी, जूनियर लेवल श्रेणी वही अविष्कार कम्पनी की चैनल पार्टनर ने बताया कि इन सभी बच्चो ने समर कैंप में ट्रेनिंग ली है जिसमे रोबोटों का प्रशिक्षण कराया गया था। वहीं अभिभावकों भी बच्चों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहे है। बच्चों को प्रोत्साहित कर रहे है वही अभिभावकों का मानना है कि आधुनिक तकनीक की दुनिया मे बच्चो में हुनर होना जरूरी है।
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