गांवाें में भी,पानी आने के कारण किसानों की फसलें बर्बाद हो गई है।
कैराना(शामली)। हथिनी कुंड बैराज से छोड़े गए पानी को लेकर जहां यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। वहीं यमुना नदी के जल स्तर बढ़ने पर हरियाणा की ओर भी कटान हो गया है,इसके अलावा यमुना बांध से सटे उत्तर प्रदेश के कैराना के गांवाें में भी,पानी आने के कारण किसानों की फसलें बर्बाद हो गई है। पिछले दिनों से लगातार हो रही पाहडी व मैदानी क्षेत्रों में बैंकर बारिश को लेकर,हथिनी कुंड बैराज पर पानी का दबाव बनने के कारण बैराज से गत रविवार को 8लाख क्यूसेक पानी कैराना के लिए छोड़ा गया था,जो दिल्ली में पहुच गया।
तभी से जहां दिल्ली के निचले इलाकों में पानी घुस गया है,वहीं दिल्ली सरकार ने भी एलर्ट जारी कर दिया है। इसी के साथ मंगलवार काे कैराना में स्थित उत्तर प्रदेश सीमा से सटे हरियाणा के थाना सलोनी क्षेत्र में कटान होने के कारण जहां किसानों की फसलें बर्बाद हो गई। वही पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने मिट्टी डालवाकर हुए कटान को ठोकर बनाकर रोकने का प्रयास किया। इसके अलावा कैराना कोतवाली क्षेत्र के गांव रामडा,मवी,नगलाराई आदि मे भी यमुना का पानी घुसने के कारण यमुना के किनारे स्थिति जमीनों में खड़ी फसलें नष्ट हो गई हैं। हरियाणा उत्तर प्रदेश की सीमा पर अलर्ट जारी करते हुए दोनों प्रदेशों के अधिकारी मौके पर तैनात हैं।
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*ड्रेनेज विभाग का कार्यालय पानी में डूबा*
कैराना। किसी भी आपदा से बचने के लिए,ड्रेनेज विभाग के कार्यालय से केंद्र सरकार को रिपोर्ट भेजी जाती है। लेकिन पिछले दिनों से पाली लाखों पर भारी वर्षा के चलते,हथिनी कुंड बैराज से आठ लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद,यमुना नदी ने राेद्ररूप धारण कर लिया,इतना ही नहीं यमुना के जलस्तर ने उत्तर प्रदेश की ओर कटान करते हुए,यमुना नदी ने अपना क्षेत्र फैला लिया। जिससे यमुना नदी पर स्थित ड्रेनेज विभाग का कार्यालय यमुना नदी के पानी में डूबता नजर आया। ड्रेनेज विभाग के कार्यालय में पानी आने से काफी नुकसान बताया जा रहा है।
*खतरे को देखते हुए भारी वाहनों की आवाजाही बंद*
*लगभग 1 घंटे वाहनाे पर लगा ब्रेक*
कैराना। जमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार करने के बाद खतरा देखते हुए,यमुना ब्रिज से हरियाणा व उत्तर प्रदेश की सीमा में आने जाने वाले भारी वाहनों को रोका गया। लगभग प्रशासन ने भारी वाहनों की आवाजाही पर,1 घंटे तक रोक लगाए रखी। हालांकि उसके बाद वाहनों को आने जाने की अनुमति दी गई। वही यात्रियों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
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*जलमग्न हुई फसलें,आश्रम के चाराे आेर पहुंचा पानी*
कैराना। उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे जंगल में स्थित खड़ी फसलों पर जहां पानी घुस गया है। वही पानीपत खटीमा राजमार्ग पर स्थित गांव मवी के पास आश्रम व वही जंगल मे किसानाे की खडी फसले जलमग्न हो गई है।
*यमुना नदी का राेद्र रूप,हुआ कटान*
कैराना। यमुना का राेद्र रूप धारण होने पर हरियाणा की और यमुना ब्रिज के पास कटान हो गया,हालांकि कटान से कोई खास नुकसान होने की बात सामने नहीं आई है। कटान होने के बाद दिल्ली सरकार द्वारा भी टीम को भेजकर जांच पड़ताल कराई गई। वही ड्रेनेज विभाग व पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने जेसीबी द्वारा पोकर बनवाकर कटान को रोका गया। गाैरतलब रहे कि गत 2013 में आपदा होने के कारण यमुना नदी ने विकराल रूप धारण कर लिया था,जिसके बाद कटान होने के कारण उत्तर प्रदेश से सटे प्रदेश हरियाणा को काफी नुकसान हुआ था,वही दोनों प्रदेशों का संपर्क भी टूट गया था।
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