धोनी के 15 टेस्ट का रिकॉर्ड , पंत ने 11 वे टेस्ट में तोडा
(ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
इंडियन टीम के वेस्टइंडीज दौरे पर अपनी बल्लेबाजी को लेकर युवा विकेटकीपर ऋषभ पंत आलोचकों के निशाने पर हैं. कहा जा रहा है कि पंत अपने विकेट की कीमत नहीं समझते और क्रीज पर जमने के बाद लापरवाही भरे शॉट खेलकर आउट हो जाते हैं. हालांकि अब भारतीय क्रिकेट टीम के इस युवा खिलाड़ी ने आलोचकों को करारा जवाब दिया है. ये और बात है कि उन्होंने बल्ले से ऐसा कोई कारनामा नहीं किया है, अलबत्ता विकेट के पीछे ऐसी ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल कर ली है जो टीम के पूर्व कप्तान और दुनिया के दिग्गज विकेटकीपरों में शुमार महेंद्र सिंह धोनी भी कभी अंजाम नहीं दे पाए.
दरअसल, भारतीय क्रिकेट टीम ने जमैका टेस्ट के तीसरे दिन पहली पारी में 299 रन की बढ़त हासिल कर ली थी. उसके बाद टीम ने दोबारा बल्लेबाजी करते हुए मेजबान के सामने 468 रन का लक्ष्य रखा. वेस्टइंडीज की दूसरी पारी की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसने तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक दो विकेट खोकर 45 रन बनाए थे. टीम को पहला झटका क्रेग ब्रैथवेट के रूप में लगा जब दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने इशांत शर्मा की ऑफ स्टंप के बाहर की गेंद पर ड्राइव लगाने की कोशिश की और गेंद बल्ले का किनारा लेती हुई ऋषभ पंत के दस्तानों में समा गई. 
धोनी ने 15 टेस्ट में किया था कारनामा, पंत ने 11 में तोड़ दिया रिकॉर्ड
विकेट के पीछे इस शिकार के साथ ही ऋषभ पंत ने टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को पीछे छोड़ दिया और भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 50 शिकार करने वाले विकेटकीपर बन गए. पंत ने महज 11 टेस्ट में ही 50 शिकार किए, जबकि धोनी को इसके लिए 15 टेस्ट खेलने पड़े थे. पंत हालांकि बल्ले से इस सीरीज में कोई खास कमाल नहीं दिखा सके हैं. दो टेस्ट मैचों की तीन पारियों में पंत के बल्ले से 58 रन ही निकल सके हैं. इसमें उनका उच्चतम स्कोर 27 रहा है.
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