* कक्षा 9 से 12 के छात्र छात्रों में भाग लिया शिविर मे छात्र- छात्राओ को नशे के दुष परिणाम के बारे में बताया।
* उन्होंने बच्चो को हरिद्वार पुलिस द्वारा चलाई जा रही भिक्षा नहीं शिक्षा मिशन के बारे में जानकारी दी।
* उन्होंने बच्चो को बताया कि कानून मे बच्चो को अधिकार 18 वर्ष के बाद ही मिलता है।
(ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
हरिद्वार। भारतीय जागरूकता समिति द्वारा दीक्षा पब्लिक स्कूल धनपुरा लक्सर मे विधिक जागरुक शिविर का आयोजन किया गया जिसमे अतिथि हाईकोर्ट के अधिवक्ता ललित मिगलानी उपस्थित रहे।
शिविर मे स्कूल के कक्षा 9 से 12 के छात्र छात्रों में भाग लिया शिविर मे ललित मिगलानी ने छात्र- छात्राओ को नशे के दुष परिणाम के बारे में बताया। मिगलानी ने बच्चो के बताया कि आज के युग मे बच्चे नशे के काफी अदि हो रहे है जो उनके मानसिक एवं शाररिक विकास के लिए काफी नुकसान दायक है। आज बच्चो को नशे से बचाना एक बड़ी मुहीम बन गई है, जिसमे हर किसी की सहभागीता अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि हर बच्चे को ये जानकारी होनी चाहिये की नशा उनके लिए कितना हानिकारक है। उनका कितना दुश परिणाम उनके जीवन में पड़ता है।
उन्होंने बताया की अगर किसी भी व्यक्ति को नशे से ग्रसित है तो उनका इलाज नशा मुक्ति केंद्र से कराया जा सकता है। जिसमे जिला विधिक प्राधिकरण भी करा सकता है जिसकी मदद से उस व्यक्ति को नशा मुक्ति केंद्र में जमा करा सकते है। उन्होंने बताया की बच्चो के मोज मस्ती एम् अपराध मे बहुत कम फरक होता है। जिसको समझना आज कल के युवा को आवश्यक है। उन्होंने छात्राओ को बताया कि अगर उनको कोई परेशानी होती है तो वो तुरंत 112 एम् 1090 मे अपनी शिकायत दर्ज कराये। उन्होंने बच्चो को बताया कि कानून मे बच्चो को अधिकार 18 वर्ष के बाद ही मिलता है। बाल अवस्था मे 18 वर्ष से कम की उम्र मे किया गया कोई भी अपराध किया जाता है तो उसकी सुनवाई जुविनाइल बोर्ड के सामने किया जाता है और सजा के तोर पर बच्चो को बाल सुधार ग्रह मे रखा जाता है। उन्होंने बच्चो को हरिद्वार पुलिस द्वारा चलाई जा रही भिक्षा नहीं शिक्षा मिशन के बारे में जानकारी दी और अपील की अगर किसी को कोई बच्चे भीख मांगते दिखे तो पुलिस के मध्य से उनको शिक्षा उपलब्ध कराई जा सकती है।
डॉ अर्पिता सक्सेना ने बच्चो को पुलिस की कार्यप्रणाली की जानकारी दी। उन्होंने कहा कभी भी किसी पुलिस कर्मचारी को देखकर हबड़ डबड़ मे गाड़ी तेज नहीं चलानी चाहिये उससे जान माल का खतरा हो सकता है। किसी भी परेशानी आने पर आप पुलिस की मदद ले सकते है।
उपरोक्त शिविर की स्कूल कि अध्यक्ष रजनी चौहान ने समिति के इस प्रयास की काफी सरहाना की और बोला की आज कल के बच्चो को इन बातो का जरुर जानकारी होनी चाहिये। भविष्य मे समिति के हर संभव प्रसास के लिए वे सदेव तैयार है। कार्यक्रम का विनीत चौहान ने समिति के बारे मे विस्तार पूर्वक शिविर मे बताया समिति के विरिष्ठ उपाध्यक्ष आशु चौधरी द्वारा समिति कि तरफ से स्कूल का धन्यवाद दिया गया।
उपरोक्त शिविर मे स्कूल के अभिषेकए दीक्षाए शालूए अनमोलए विपुलए अरुणाए सारिकाए आरतीए नेहाए दिव्याए सोनियाए सगीताए राधिकाए कृष्णाए अंजू आदि उपस्थित थे।
* उन्होंने बच्चो को हरिद्वार पुलिस द्वारा चलाई जा रही भिक्षा नहीं शिक्षा मिशन के बारे में जानकारी दी।
* उन्होंने बच्चो को बताया कि कानून मे बच्चो को अधिकार 18 वर्ष के बाद ही मिलता है।
(ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
हरिद्वार। भारतीय जागरूकता समिति द्वारा दीक्षा पब्लिक स्कूल धनपुरा लक्सर मे विधिक जागरुक शिविर का आयोजन किया गया जिसमे अतिथि हाईकोर्ट के अधिवक्ता ललित मिगलानी उपस्थित रहे।
शिविर मे स्कूल के कक्षा 9 से 12 के छात्र छात्रों में भाग लिया शिविर मे ललित मिगलानी ने छात्र- छात्राओ को नशे के दुष परिणाम के बारे में बताया। मिगलानी ने बच्चो के बताया कि आज के युग मे बच्चे नशे के काफी अदि हो रहे है जो उनके मानसिक एवं शाररिक विकास के लिए काफी नुकसान दायक है। आज बच्चो को नशे से बचाना एक बड़ी मुहीम बन गई है, जिसमे हर किसी की सहभागीता अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि हर बच्चे को ये जानकारी होनी चाहिये की नशा उनके लिए कितना हानिकारक है। उनका कितना दुश परिणाम उनके जीवन में पड़ता है।
उन्होंने बताया की अगर किसी भी व्यक्ति को नशे से ग्रसित है तो उनका इलाज नशा मुक्ति केंद्र से कराया जा सकता है। जिसमे जिला विधिक प्राधिकरण भी करा सकता है जिसकी मदद से उस व्यक्ति को नशा मुक्ति केंद्र में जमा करा सकते है। उन्होंने बताया की बच्चो के मोज मस्ती एम् अपराध मे बहुत कम फरक होता है। जिसको समझना आज कल के युवा को आवश्यक है। उन्होंने छात्राओ को बताया कि अगर उनको कोई परेशानी होती है तो वो तुरंत 112 एम् 1090 मे अपनी शिकायत दर्ज कराये। उन्होंने बच्चो को बताया कि कानून मे बच्चो को अधिकार 18 वर्ष के बाद ही मिलता है। बाल अवस्था मे 18 वर्ष से कम की उम्र मे किया गया कोई भी अपराध किया जाता है तो उसकी सुनवाई जुविनाइल बोर्ड के सामने किया जाता है और सजा के तोर पर बच्चो को बाल सुधार ग्रह मे रखा जाता है। उन्होंने बच्चो को हरिद्वार पुलिस द्वारा चलाई जा रही भिक्षा नहीं शिक्षा मिशन के बारे में जानकारी दी और अपील की अगर किसी को कोई बच्चे भीख मांगते दिखे तो पुलिस के मध्य से उनको शिक्षा उपलब्ध कराई जा सकती है।
डॉ अर्पिता सक्सेना ने बच्चो को पुलिस की कार्यप्रणाली की जानकारी दी। उन्होंने कहा कभी भी किसी पुलिस कर्मचारी को देखकर हबड़ डबड़ मे गाड़ी तेज नहीं चलानी चाहिये उससे जान माल का खतरा हो सकता है। किसी भी परेशानी आने पर आप पुलिस की मदद ले सकते है।
उपरोक्त शिविर की स्कूल कि अध्यक्ष रजनी चौहान ने समिति के इस प्रयास की काफी सरहाना की और बोला की आज कल के बच्चो को इन बातो का जरुर जानकारी होनी चाहिये। भविष्य मे समिति के हर संभव प्रसास के लिए वे सदेव तैयार है। कार्यक्रम का विनीत चौहान ने समिति के बारे मे विस्तार पूर्वक शिविर मे बताया समिति के विरिष्ठ उपाध्यक्ष आशु चौधरी द्वारा समिति कि तरफ से स्कूल का धन्यवाद दिया गया।
उपरोक्त शिविर मे स्कूल के अभिषेकए दीक्षाए शालूए अनमोलए विपुलए अरुणाए सारिकाए आरतीए नेहाए दिव्याए सोनियाए सगीताए राधिकाए कृष्णाए अंजू आदि उपस्थित थे।
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