* ससुर ने ही जंगल में फेंकी थी बहू की लाश।
* बहू सीमा के गांव के लोगों के साथ अवैध सम्बन्ध हो गये थे।
* बहू सीमा के गांव के लोगों के साथ अवैध सम्बन्ध हो गये थे।
(ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
हल्द्वानी। दो माह पूर्व मिले महिला के शव की शिनाख्त होने के बाद पुलिस ने उसके ससुर को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर अदालत में पेश करने भेज दिया है। मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी सुनील कुमार मीणा ने बताया कि 27 सितम्बर को टीपी नगर क्षेत्र के हरिपुर जमन क्षेत्र में एक कंकाल मिला था। पुलिस ने कंकाल को कब्जे में लेकर उसकी शिनाख्त कराने का प्रयास किया।
हल्द्वानी। दो माह पूर्व मिले महिला के शव की शिनाख्त होने के बाद पुलिस ने उसके ससुर को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर अदालत में पेश करने भेज दिया है। मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी सुनील कुमार मीणा ने बताया कि 27 सितम्बर को टीपी नगर क्षेत्र के हरिपुर जमन क्षेत्र में एक कंकाल मिला था। पुलिस ने कंकाल को कब्जे में लेकर उसकी शिनाख्त कराने का प्रयास किया।
4 नवम्बर को गुरू चरन सिंह निवासी ग्राम हरिपुर जमन सिंह देवलचैड़ ने कंकाल की शिनाख्त करते हुए कोतवाली पुलिस को एक तहरीर सौंपी थी। तहरीर में गुरूचरन ने कहा कि एक व्यक्ति मदन लाल पुत्र पॉपी राम निवासी ग्राम जौगीठोर थाना अलीगंज। उत्तर प्रदेश अपनी बहू सीमा तथा पोता-पोती के साथ किराये पर रहने आया था। जो 18 सितम्बर की शाम को आसपास के लोगों को अपनी बहू सीमा के कहीं चले जाने की बात कहने लगा। अगले दिन मदन लाल अपने पोता पोती को लेकर कहीं चला गया था, तभी से ये सभी लोग गायब थे।
एसएसपी सुनील कुमार मीणा ने बताया कि गुरू चरन सिंह ने कहा कि 27 सिंतम्बर को जो कंकाल मिला है। वह कंकाल मदन लाल की बहू सीमा का ही था। उसने आशंका जताई थी कि मदन लाल ने ही अपनी बहू सीमा की हत्या करके शव जंगल में फेंक दिया है। एसएसपी ने यह भी बताया कि कंकाल की शिनाख्त गुरू चरन सिंह ने की और इसी के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मदन लाल की तलाश शुरू कर दी थी। आरोपी मदन लाल की धरपकड के लिए एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव व सीओ दिनेश ढ़ौडियाल को निर्देश दिये कि हत्यारोपी को शीघ्र गिरफ्तार किया जायगा। दोनों ही अधिकारियों ने दो टीमें गठित की जिसमें एसएसआई कश्मीर सिंह व एसओजी प्रभारी दिनेश पंत के नेतृत्व में टीम गठित कर हत्यारोपी के बारे में जानकारी जुटाने के निर्देश दिये। पुलिस ने आरोपी मदन लाल को रामपुर रोड़ से बीती शाम गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में हत्यारोपी मदन लाल ने बताया कि सीमा की शादी उसके पुत्र दिनेश पाल के साथ करीब साढ़े तीन वर्ष पूर्व हुई थी। उसका पुत्र मानसिक रूप से अस्वस्थ था जिस कारण बहू सीमा के गांव के लोगों के साथ अवैध सम्बन्ध हो गये थे। इसके कारण उसकी बदनामी होने लगी थी। मदन लाल ने यह भी बताया कि उसकी पत्नी का देहान्त एक वर्ष पूर्व हो गया था और पुत्र मानसिक रूप से अस्वस्थ है। वह अपनी बहू सीमा व उसके बच्चों को लेकर 10 सितम्बर को हल्द्वानी आ गया। जहां उसने गुरू चरन सिंह के यहां 1500 रुपये प्रतिमाह की दर से कमरा लिया और सुशीला तिवारी के पास सलीम ठेकेदार के पास मजदूरी का काम करने लगा। पूछताछ में हत्यारोपी ने यह भी बताया कि उसकी बहू काम पर मेरे साथ गयी। जहां पर वह फिर से लड़कों से बात करने लगी। जब उसने अन्य लोगों से बातचीत करने से मना किया तो वह नहीं मानी और गाली गलौच करने लगी।
10 सितम्बर की रात को करीब 8 बजे हत्यारोपी ने सीमा को समझाया तो फिर सीमा उससे गाली गलौच करने लगी और उसे जान से मारने की धमकी देने लगी। बहू ने उसके छोटे पुत्र को भी घर से निकाल दिया। उसी रात सीमा ने फिर हत्यारोपी के साथ मारपीट व गालीगलौच करना शुरू कर दी। इस पर मदन लाल ने उसके सिर पर चापड़ से वार कर दिया और उसके शव को कंधे पर उठाकर पास के जंगल में फेंक आया और तभी से वह अपने छोटे पुत्र धर्मेद्र व पोती को लेकर फरार हो गया। पुलिस ने कार्यवाही करते हुए उसे न्यायालय में पेश किया है।
एसएसपी सुनील कुमार मीणा ने बताया कि गुरू चरन सिंह ने कहा कि 27 सिंतम्बर को जो कंकाल मिला है। वह कंकाल मदन लाल की बहू सीमा का ही था। उसने आशंका जताई थी कि मदन लाल ने ही अपनी बहू सीमा की हत्या करके शव जंगल में फेंक दिया है। एसएसपी ने यह भी बताया कि कंकाल की शिनाख्त गुरू चरन सिंह ने की और इसी के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मदन लाल की तलाश शुरू कर दी थी। आरोपी मदन लाल की धरपकड के लिए एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव व सीओ दिनेश ढ़ौडियाल को निर्देश दिये कि हत्यारोपी को शीघ्र गिरफ्तार किया जायगा। दोनों ही अधिकारियों ने दो टीमें गठित की जिसमें एसएसआई कश्मीर सिंह व एसओजी प्रभारी दिनेश पंत के नेतृत्व में टीम गठित कर हत्यारोपी के बारे में जानकारी जुटाने के निर्देश दिये। पुलिस ने आरोपी मदन लाल को रामपुर रोड़ से बीती शाम गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में हत्यारोपी मदन लाल ने बताया कि सीमा की शादी उसके पुत्र दिनेश पाल के साथ करीब साढ़े तीन वर्ष पूर्व हुई थी। उसका पुत्र मानसिक रूप से अस्वस्थ था जिस कारण बहू सीमा के गांव के लोगों के साथ अवैध सम्बन्ध हो गये थे। इसके कारण उसकी बदनामी होने लगी थी। मदन लाल ने यह भी बताया कि उसकी पत्नी का देहान्त एक वर्ष पूर्व हो गया था और पुत्र मानसिक रूप से अस्वस्थ है। वह अपनी बहू सीमा व उसके बच्चों को लेकर 10 सितम्बर को हल्द्वानी आ गया। जहां उसने गुरू चरन सिंह के यहां 1500 रुपये प्रतिमाह की दर से कमरा लिया और सुशीला तिवारी के पास सलीम ठेकेदार के पास मजदूरी का काम करने लगा। पूछताछ में हत्यारोपी ने यह भी बताया कि उसकी बहू काम पर मेरे साथ गयी। जहां पर वह फिर से लड़कों से बात करने लगी। जब उसने अन्य लोगों से बातचीत करने से मना किया तो वह नहीं मानी और गाली गलौच करने लगी।
10 सितम्बर की रात को करीब 8 बजे हत्यारोपी ने सीमा को समझाया तो फिर सीमा उससे गाली गलौच करने लगी और उसे जान से मारने की धमकी देने लगी। बहू ने उसके छोटे पुत्र को भी घर से निकाल दिया। उसी रात सीमा ने फिर हत्यारोपी के साथ मारपीट व गालीगलौच करना शुरू कर दी। इस पर मदन लाल ने उसके सिर पर चापड़ से वार कर दिया और उसके शव को कंधे पर उठाकर पास के जंगल में फेंक आया और तभी से वह अपने छोटे पुत्र धर्मेद्र व पोती को लेकर फरार हो गया। पुलिस ने कार्यवाही करते हुए उसे न्यायालय में पेश किया है।
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