* बीइंग भागीरथ ने किया वर्टीकल गार्डन का पुनः सौंदर्यीकरण
(ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
हरिद्वार। देर आये दुरुस्त आये ,चाहे किसी के द्वारा आभास करने पर ही आये परन्तु आये तो सही।
बीइंग भागीरथ द्वारा पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन का अनुकरण करते हुए भगतसिंह चौक पर अपने ही द्वारा बनाये गए वर्टीकल गार्डन का पुनरुत्थान करते हुए उनमें शीत ऋतु में चलने वाली प्रजातियों के विभिन्न पौधों द्वारा शृंखलाबद्ध क्यारियों से सौंदर्यीकरण किया।
जिसमें मुख्य रूप से कम पानी में ज्यादा समय तक चलने वाले तथा तेज़ी से बढ़ने वाले पौधों का विशेष तौर पर चयन किया गया। यह भी सुनिश्चित किया गया कि पूर्व में लगाये गए सभी पौधे सुचारू रूप से चल रहे हैं, उनमें नियमित अंतराल पर पानी व खाद दिया जा रहा है।
शिखर पालीवाल ने बताया कि टीम पर्यावरण संरक्षण व शहर सौंदर्यीकरण के प्रति सजग है तथा इसके माध्यम से पर्यावरण को संतुलित बनाएं रखने का संदेश भी देना चाहती है। टीम की महिलाओं में मधु, जनक, नीरज, रेखा व रुचिता ने संयुक्त रूप से ये कहा कि पौधों की देखभाल करने में जो अनुभूति होती है उसका कोई विकल्प नहीं है। सौंदर्यीकरण के आज के अभियान में बीइंग भागीरथ परिवार ने बढ़चढ़ कर भाग लिया और शहर के समस्त नागरिकों को इस माध्यम से कर्तव्यबोध कराया।
अभियान में हिस्सा लेने वालों में मुख्य रूप से आदि शिखर पालीवाल, संदीप, इंद्रपाल, धीरज, निक्की, अभिनव, राहुल, कुलदीप, हिमांशु, विपिन, भूपेश, अनुराग, पंकज, आदित्य, अमित, शिवम, देविशा, जिया, विपिन, मोहित, अनिकेत, सुशांत, अमन, वरदा, सिद्धार्थ पाण्डेय , हितेश, हर्षद, मोहित, जश्नदीप, तन्मय, अरविंद, हन्नी आदि सम्मलित रहे।
आपको बता दे कि इस वर्टिकल गार्डन में लगाए गए पौधों की सुध ना लेने के कारण यह सूखने लगे थे ,जिसका अहसास बीइंग भगीरथ टीम को चौथे स्तम्भ ने कराया था। तब जाकर आज इस वर्टिकल गार्डन का पुनः सौंदर्यीकरण किया गया।
(ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
हरिद्वार। देर आये दुरुस्त आये ,चाहे किसी के द्वारा आभास करने पर ही आये परन्तु आये तो सही।
बीइंग भागीरथ द्वारा पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन का अनुकरण करते हुए भगतसिंह चौक पर अपने ही द्वारा बनाये गए वर्टीकल गार्डन का पुनरुत्थान करते हुए उनमें शीत ऋतु में चलने वाली प्रजातियों के विभिन्न पौधों द्वारा शृंखलाबद्ध क्यारियों से सौंदर्यीकरण किया।
जिसमें मुख्य रूप से कम पानी में ज्यादा समय तक चलने वाले तथा तेज़ी से बढ़ने वाले पौधों का विशेष तौर पर चयन किया गया। यह भी सुनिश्चित किया गया कि पूर्व में लगाये गए सभी पौधे सुचारू रूप से चल रहे हैं, उनमें नियमित अंतराल पर पानी व खाद दिया जा रहा है।
शिखर पालीवाल ने बताया कि टीम पर्यावरण संरक्षण व शहर सौंदर्यीकरण के प्रति सजग है तथा इसके माध्यम से पर्यावरण को संतुलित बनाएं रखने का संदेश भी देना चाहती है। टीम की महिलाओं में मधु, जनक, नीरज, रेखा व रुचिता ने संयुक्त रूप से ये कहा कि पौधों की देखभाल करने में जो अनुभूति होती है उसका कोई विकल्प नहीं है। सौंदर्यीकरण के आज के अभियान में बीइंग भागीरथ परिवार ने बढ़चढ़ कर भाग लिया और शहर के समस्त नागरिकों को इस माध्यम से कर्तव्यबोध कराया।
अभियान में हिस्सा लेने वालों में मुख्य रूप से आदि शिखर पालीवाल, संदीप, इंद्रपाल, धीरज, निक्की, अभिनव, राहुल, कुलदीप, हिमांशु, विपिन, भूपेश, अनुराग, पंकज, आदित्य, अमित, शिवम, देविशा, जिया, विपिन, मोहित, अनिकेत, सुशांत, अमन, वरदा, सिद्धार्थ पाण्डेय , हितेश, हर्षद, मोहित, जश्नदीप, तन्मय, अरविंद, हन्नी आदि सम्मलित रहे।
आपको बता दे कि इस वर्टिकल गार्डन में लगाए गए पौधों की सुध ना लेने के कारण यह सूखने लगे थे ,जिसका अहसास बीइंग भगीरथ टीम को चौथे स्तम्भ ने कराया था। तब जाकर आज इस वर्टिकल गार्डन का पुनः सौंदर्यीकरण किया गया।
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