* ऊंची पहाडियों में बर्फ व हिमकणों की सफेद चादर बिछी।
देहरादून / नैनीताल। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार बीती रात व शुक्रवार की सुबह भारी मात्रा में हिमकण व साथ ही हिमपात हुआ। नैनीताल में यह मौसम का पहला हिमपात है। कई स्थानों में एक से पांच इंच तक बर्फबारी हुई। मौसम विभाग के अनुमानों के अनुसार अगले 24 घंटों में भारी वर्षा व ऊंचाई वाले हिस्सों में बर्फबारी हो सकती है। शुक्रवार को सुबह लोगों की आंख खुली तो नैनीताल व उसके आसपास के पहाडियों में सफेद चादर बिछी देखी। नैनीताल पहुंचे सैलानियों की जैसे मुराद पूरी हो गई। सैलानियों ने बर्फबारी का जमकर आनंद उठाया।
आज बर्फबारी नैनीताल के किलबरी, हिमालय दर्शन, पंगूट, नैना पीक, स्नोब्यू, टांकी बैंड, बारापत्थर सहित ऊंचाई वाले इलाकों में हुई। सुबह हवा चलने के कारण बर्फबारी में भारी ब्रेक लग गया। जबकि निचले इलाकों में सुबह हवा के साथ हिमकण व वर्षा हुई। यहां आसमान में बादल छाये रहने व वर्षा के साथ बर्फ व हिमकण की सफेद चादर बिछी रहने से कड़ाके की ठंड जारी थी। फल पट्टी क्षेत्र धानाचूली, खपराड, रामगढ़, धारी, पहाड़पानी व मुक्तेश्वर की पहाडियों में भी भारी बर्फबारी होने की सूचना है। यहां बागवानों ने भी राहत ली है। दोपहर तक यहां नैना पीक व अन्य पहाडियों में बर्फ व हिमकण पिघलनी शुरू हो गई थी। नैनीताल पहुंचे सैलानियों ने किलबरी, हिमालय दर्शन पहुंच कर जमकर फोटोग्राफी की। सैलानियों ने बर्फ के गोले बना कर एक दूसरे पर फेंक कर आनंद उठाया। बीते दिन से यहां मौसम ने अचानक करवट बदल ली।
बीती रात आसमान में बादल छाने के बाद यहां वर्षा शुरू हो गई। इसके साथ हिमकण गिरने लगे। रात्रि में हल्का हिमपात हुआ। शनिवार की सुबह नैनीताल व उसके आसपास के पहाडियों में सफेद चादर बिछी रही। दोपहर तक अधिकांश पहाडियों में सफेद चादर पिघल चुकी थी। पेड़ों में बिछी सफेद चादर पिघल गई। किलबरी क्षेत्र सहित ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फ की चादर बिछी रही। उधर किलबरी व हिमालय दर्शन, स्नोव्यू, बारापत्थर आदि स्थानों में पहुंच कर सैलानियों ने जमकर फोटोग्राफी की। इन स्थानों में एक से दो इंच तक हिमकण व बर्फ गिरने से सड़के काफी खतरनाक बनी हुई थी। वाहनों के आवागमन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। पंगूट मार्ग के किलबरी बैंड में वाहनों का आवाजाही भी सुबह रोक दी गई थी। लोनिवि की मशीनों ने पंगेट व स्नोव्यू मार्ग में जीम बर्फ को हटा कर यातायात सुचारू किया।
पर्यटक को हिमालय दर्शन, किलबरी, स्नोव्यू, टिफिनटॉप तथा अयारपाटा आदि स्थलों में भी पहुंचे। बर्फवारी वर्षा रबी की फसल व बागवानी के लिए लाभप्रद मानी जा रही है। लेकिन अभी तक ऊंची पहाडियों में लकदक बर्फबारी नहीं हो पाई है। जीआईसी स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी प्रताप सिंह बिष्ट ने बताया कि अधिकतम तापमान 10 तथा न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। दूसरी ओर नैनी झील नियंत्रण कक्ष के प्रभारी रमेश सिंह की मानें तो झील का जल स्तर 5.8 फीट पहुंच गया है। इधर हल्द्वानी में बारिश के चलते पारा लुढ़क गया है। न्यूनतम तापमान में यहां पांच डिग्री सेल्सियस तक की कमी आयी है। अनुमान है कि अधिकतम तापमान में भी छह डिग्री तक की कमी आयेगी। यहां बारिश की वजह से सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। ज्यादातर लोग घरों में दुबके रहे। हीटर, अलाव के पास बैठे रहे। मौसम विज्ञान केन्द्र देहरादून के अनुसार शनिवार को भी मौसम पूरी तरह से साफ नहीं होगा और ठंड का प्रकोप रहेगा।
आज बर्फबारी नैनीताल के किलबरी, हिमालय दर्शन, पंगूट, नैना पीक, स्नोब्यू, टांकी बैंड, बारापत्थर सहित ऊंचाई वाले इलाकों में हुई। सुबह हवा चलने के कारण बर्फबारी में भारी ब्रेक लग गया। जबकि निचले इलाकों में सुबह हवा के साथ हिमकण व वर्षा हुई। यहां आसमान में बादल छाये रहने व वर्षा के साथ बर्फ व हिमकण की सफेद चादर बिछी रहने से कड़ाके की ठंड जारी थी। फल पट्टी क्षेत्र धानाचूली, खपराड, रामगढ़, धारी, पहाड़पानी व मुक्तेश्वर की पहाडियों में भी भारी बर्फबारी होने की सूचना है। यहां बागवानों ने भी राहत ली है। दोपहर तक यहां नैना पीक व अन्य पहाडियों में बर्फ व हिमकण पिघलनी शुरू हो गई थी। नैनीताल पहुंचे सैलानियों ने किलबरी, हिमालय दर्शन पहुंच कर जमकर फोटोग्राफी की। सैलानियों ने बर्फ के गोले बना कर एक दूसरे पर फेंक कर आनंद उठाया। बीते दिन से यहां मौसम ने अचानक करवट बदल ली।
पर्यटक को हिमालय दर्शन, किलबरी, स्नोव्यू, टिफिनटॉप तथा अयारपाटा आदि स्थलों में भी पहुंचे। बर्फवारी वर्षा रबी की फसल व बागवानी के लिए लाभप्रद मानी जा रही है। लेकिन अभी तक ऊंची पहाडियों में लकदक बर्फबारी नहीं हो पाई है। जीआईसी स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी प्रताप सिंह बिष्ट ने बताया कि अधिकतम तापमान 10 तथा न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। दूसरी ओर नैनी झील नियंत्रण कक्ष के प्रभारी रमेश सिंह की मानें तो झील का जल स्तर 5.8 फीट पहुंच गया है। इधर हल्द्वानी में बारिश के चलते पारा लुढ़क गया है। न्यूनतम तापमान में यहां पांच डिग्री सेल्सियस तक की कमी आयी है। अनुमान है कि अधिकतम तापमान में भी छह डिग्री तक की कमी आयेगी। यहां बारिश की वजह से सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। ज्यादातर लोग घरों में दुबके रहे। हीटर, अलाव के पास बैठे रहे। मौसम विज्ञान केन्द्र देहरादून के अनुसार शनिवार को भी मौसम पूरी तरह से साफ नहीं होगा और ठंड का प्रकोप रहेगा।
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