* हेल्दी डाइट के रूप में वॉलनटस को शामिल करने से उम्र दराज लोगों में फिजिकल तथा कॉग्नेटिव सेहत में अहम भूमिका निभा सकता है।
(पूजा चौधरी )
रुड़की (हरिद्वार )।अध्ययनों में यह बात सामने आयी है कि हेल्दी डाइट के रूप में वॉलनटस को शामिल करने से उम्र दराज लोगों में फिजिकल तथा कॉग्नेटिव सेहत में अहम भूमिका निभा सकता है। वॉलनट डिमेंशिया तथा अल्जाइमर्ल्स जैसी बीमारियों से बचाने में अहम भूमिका निभा सकता है।
वॉलनट और सेहत
· डायबिटीज या मेटाबॉलिक सिंड्रोम से पीड़ित लोगों को अक्सर हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल का असामान्य स्तर, हाई ट्राइग्लिसराइड और मोटापे जैसी परेशानियां होती हैं। ये सभी चीजें मिलकर हृदय रोगों और स्ट्रोक का खतरा बढ़ा सकते हैं। वॉलनटस हेल्दी डाइट के रूप में डायबिटीज और मेटाबॉलिक सिंड्रोम से संबंधित कारकों का प्रबंधन करने में मदद कर सकते हैं।
इसलिये, वॉलनटस को अपने खाने और स्नैक्स में शामिल करना, अपने रोजमर्रा के खाने में पोषक तत्वों को शामिल करने का सरल और आसान तरीका है। यहां आपकी मदद के लिये एक निर्देशिका दी गयी है!
नाश्ता
सुबह के समय वॉलनटस खाने से लंबे समय तक आपको भूख नहीं लगती है और आवश्यक पोषक तत्व मिलता है जोकि आपको खाने के बीच में अनहेल्दी स्नैकिंग से रोक सकता है। कोई चाहे तो इसे पोहा, इडली जैसी चीजों में इसे मिलाकर अपने नाश्ते में शामिल कर सकते हैं
मिड-डे मील
मिड-डे मील नहीं लेने से यह ना केवल आपके खाने की बुरी आदतों को बढ़ावा देते हैं, बल्कि आपकी सेहत को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिये, अपनी डेस्क के दराजों को साबुत, पोषण से भरपूर विकल्पों से भर दें। साबुत अनाज के साथ वॉलनटस मिक्स आपके मिड-डे स्नैक में पोषण शामिल करने का एक सेहतमंद तरीका है।
लंच
यह जरूरी है कि आप दोपहर के लिये एक ऐसा खाना पैक करें जोकि ना केवल संतुलित और पोषण से भरपूर हो, बल्कि आसानी से तैयार किया जा सके । इसे लंच टाइम क्लासिक जैसे रैप, पुलाव और वेजिटेबल स्ट्यू के साथ मिलाने की कोशिश करें जोकि वॉलनटस के साथ आसानी से मिल जाये।
डिनर
डिनर के समय वॉलनटस साइड डिश जैसे ब्राउन राइस, भुने हुए मशरूम में पोषण शामिल करते हैं। आप करी और दालों में इन्हें मिलाकर अपने मुख्य खाने का स्वाद और रंगत दोनों बेहतर बना सकते हैं। वॉलनटस को सूप में भी डाल सकते हैं सेहतमंद आहार के लिये ।
(पूजा चौधरी )
रुड़की (हरिद्वार )।अध्ययनों में यह बात सामने आयी है कि हेल्दी डाइट के रूप में वॉलनटस को शामिल करने से उम्र दराज लोगों में फिजिकल तथा कॉग्नेटिव सेहत में अहम भूमिका निभा सकता है। वॉलनट डिमेंशिया तथा अल्जाइमर्ल्स जैसी बीमारियों से बचाने में अहम भूमिका निभा सकता है।
वॉलनट और सेहत
· डायबिटीज या मेटाबॉलिक सिंड्रोम से पीड़ित लोगों को अक्सर हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल का असामान्य स्तर, हाई ट्राइग्लिसराइड और मोटापे जैसी परेशानियां होती हैं। ये सभी चीजें मिलकर हृदय रोगों और स्ट्रोक का खतरा बढ़ा सकते हैं। वॉलनटस हेल्दी डाइट के रूप में डायबिटीज और मेटाबॉलिक सिंड्रोम से संबंधित कारकों का प्रबंधन करने में मदद कर सकते हैं।
इसलिये, वॉलनटस को अपने खाने और स्नैक्स में शामिल करना, अपने रोजमर्रा के खाने में पोषक तत्वों को शामिल करने का सरल और आसान तरीका है। यहां आपकी मदद के लिये एक निर्देशिका दी गयी है!
नाश्ता
सुबह के समय वॉलनटस खाने से लंबे समय तक आपको भूख नहीं लगती है और आवश्यक पोषक तत्व मिलता है जोकि आपको खाने के बीच में अनहेल्दी स्नैकिंग से रोक सकता है। कोई चाहे तो इसे पोहा, इडली जैसी चीजों में इसे मिलाकर अपने नाश्ते में शामिल कर सकते हैं
मिड-डे मील
मिड-डे मील नहीं लेने से यह ना केवल आपके खाने की बुरी आदतों को बढ़ावा देते हैं, बल्कि आपकी सेहत को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिये, अपनी डेस्क के दराजों को साबुत, पोषण से भरपूर विकल्पों से भर दें। साबुत अनाज के साथ वॉलनटस मिक्स आपके मिड-डे स्नैक में पोषण शामिल करने का एक सेहतमंद तरीका है।
लंच
यह जरूरी है कि आप दोपहर के लिये एक ऐसा खाना पैक करें जोकि ना केवल संतुलित और पोषण से भरपूर हो, बल्कि आसानी से तैयार किया जा सके । इसे लंच टाइम क्लासिक जैसे रैप, पुलाव और वेजिटेबल स्ट्यू के साथ मिलाने की कोशिश करें जोकि वॉलनटस के साथ आसानी से मिल जाये।
डिनर
डिनर के समय वॉलनटस साइड डिश जैसे ब्राउन राइस, भुने हुए मशरूम में पोषण शामिल करते हैं। आप करी और दालों में इन्हें मिलाकर अपने मुख्य खाने का स्वाद और रंगत दोनों बेहतर बना सकते हैं। वॉलनटस को सूप में भी डाल सकते हैं सेहतमंद आहार के लिये ।
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