◇प्रदेश में हजारों पद रिक्त,युवा दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर।
◇कमजोर आर्थिकी प्रबंधन व भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा प्रदेश।
◇ ब्यूरोक्रेसी पर लगाम कसने में हुए नाकाम।
(ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
विकासनगर। जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की अनुभव हीनता, ब्यूरोक्रेसी पर ढीली पकड़ एवं घोर लापरवाही के कारण प्रदेश में अब तक इनके लगभग 3 साल के कार्यकाल में मात्र दो- तीन हजार लोगों को ही रोजगार मिल पाया, जबकि प्रदेश में भिन्न-भिन्न विभागों में क, ख, ग श्रेणी के हजारों पद रिक्त चले आ रहे हैं। नेगी ने कहा कि अभी तक प्राप्त आंकड़ों के अनुसार शिक्षा विभाग में 6397, चिकित्सा महकमे में 4803, वन महकमे में 3079, गृह विभाग में 2074, सिंचाई विभाग में 1365, सहकारिता 214, सचिवालय प्रशासन 416, पशुपालन 947, समाज कल्याण 264, शहरी विकास विभाग में 157, औद्योगिक विकास 92 तथा अन्य राजस्व, ऊर्जा, ग्रामीण विकास, लोनिवि, कृषि, खाद्य आपूर्ति आदि दर्जनों विभागों में हजारों पद रिक्त चले आ रहे हैं, लेकिन त्रिवेंद्र रावत को युवाओं के दर्द का एहसास नहीं है।
नेगी ने कहा कि जिस अवधारणा एवं आशा को लेकर युवाओं ने राज्य का निर्माण कराया था, वह अवधारणाएं चूर- चूर हो गई है तथा बेरोजगार, परिवार के ताने सुन- सुन कर तिल- तिल मरने को मजबूर है। मोर्चा युवाओं से भीआह्वान करता है कि अपने रोजगार व हक- हकूक के लिए सड़कों पर उतर कर सरकार को जगाने का काम करें। पत्रकार वार्ता में- डॉ. ओ.पी. पंवार, राजेंद्र सिंह पंवार, भीम सिंह बिष्ट, सुशील भारद्वाज आदि थे।
◇कमजोर आर्थिकी प्रबंधन व भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा प्रदेश।
◇ ब्यूरोक्रेसी पर लगाम कसने में हुए नाकाम।
(ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
विकासनगर। जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की अनुभव हीनता, ब्यूरोक्रेसी पर ढीली पकड़ एवं घोर लापरवाही के कारण प्रदेश में अब तक इनके लगभग 3 साल के कार्यकाल में मात्र दो- तीन हजार लोगों को ही रोजगार मिल पाया, जबकि प्रदेश में भिन्न-भिन्न विभागों में क, ख, ग श्रेणी के हजारों पद रिक्त चले आ रहे हैं। नेगी ने कहा कि अभी तक प्राप्त आंकड़ों के अनुसार शिक्षा विभाग में 6397, चिकित्सा महकमे में 4803, वन महकमे में 3079, गृह विभाग में 2074, सिंचाई विभाग में 1365, सहकारिता 214, सचिवालय प्रशासन 416, पशुपालन 947, समाज कल्याण 264, शहरी विकास विभाग में 157, औद्योगिक विकास 92 तथा अन्य राजस्व, ऊर्जा, ग्रामीण विकास, लोनिवि, कृषि, खाद्य आपूर्ति आदि दर्जनों विभागों में हजारों पद रिक्त चले आ रहे हैं, लेकिन त्रिवेंद्र रावत को युवाओं के दर्द का एहसास नहीं है।
नेगी ने कहा कि जिस अवधारणा एवं आशा को लेकर युवाओं ने राज्य का निर्माण कराया था, वह अवधारणाएं चूर- चूर हो गई है तथा बेरोजगार, परिवार के ताने सुन- सुन कर तिल- तिल मरने को मजबूर है। मोर्चा युवाओं से भीआह्वान करता है कि अपने रोजगार व हक- हकूक के लिए सड़कों पर उतर कर सरकार को जगाने का काम करें। पत्रकार वार्ता में- डॉ. ओ.पी. पंवार, राजेंद्र सिंह पंवार, भीम सिंह बिष्ट, सुशील भारद्वाज आदि थे।
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