मीडिया में यह प्रचारित किया गया कि राहुल गांधी गहलोत से भी नाराज
(एस.पी.मित्तल)
नई दिल्ली । 19 जून को राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत दिनभर दिल्ली में व्यस्त रहे। सुबह एआईसीसी के दफ्तर में राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को 50वें जन्मदिन की बधाई दी। बधाई के मौके पर हुई मुलाकात के बाद गहलोत बेहद उत्साहित दिखे। असल में 26 मई को कांग्रेस की वर्किंग कमेटी की बैठक के बाद गहलोत को भी राहुल गांधी से मिलने का अवसर नहीं मिला। मीडिया में यह प्रचारित किया गया कि राहुल गांधी गहलोत से भी नाराज हैं। इधर राजस्थान में प्रदेश अध्यक्ष और डिप्टी सीएम सचिन पायलट के साथ विवादों की खबरें भी निकलती रही। लेकिन 19 जून को गहलोत एक बार फिर पूरे उत्साह में दिखे। गहलोत ने दिल्ली स्थित बीकानेर हाउस में चल रही व्यवसायिक गतिविधियों की मौके पर जाकर जानकारी ली। उल्लेखनीय है कि गत भाजपा शासन में बीकानेर हााउस में व्यवसायिक गतिविधियों की अनुमति दी गई थी, हालांकि ऐसी गतिविधियों पर गहलोत ने नाराजगी जताई है। दिल्ली में ही मीडिया से संवाद करते हुए गहलोत ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भले ही कांगे्रस की हार हो गई हो, लेकिन कांग्रेस का आम कार्यकर्ता आज भी राहुल गांधी के साथ खड़ा है। सभी कार्यकर्ता चाहते हैं कि राहुल गांधी ही राष्ट्रीय अध्यक्ष बने रहे। गहलोत ने उम्मीद जताई कि कार्यकर्ताओं की भावनाओं का ख्याल करते हुए राहुल गांधी अपना इस्तीफा वापस ले लेंगे। गहलोत ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में राष्ट्रवाद का मुद्दा उछाल कर भाजपा ने जीत हांसिल कर ली। आने वाले समय में देश की जनता को भाजपा की असलियत का पता चल जाएगा। राहुल गांधी को जन्मदिन की बधाई देने के लिए गहलोत खासतौर से दिल्ली आए थे। यहां यह उल्लेखनीय है कि 26 मई के बाद यह पहला अवसर रहा जब राहुल गांधी ने सार्वजनिक तौर पर कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। एआईसीसी के कार्यालय में मौजूद मीडिया कर्मियों को भी राहुल गांधी ने अपने जन्म दिन की मिठाई खिलाई। 19 जून को राहुल गांधी लोकसभा में भी उपस्थित रहे। लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव के समय राहुल गांधी अपनी माताजी श्रीमती सोनिया गांधी के साथ संसद में बैठे हुए थे।
कार्यकर्ताओं ने मेहनत से काम किया-पांडे:
दो दिनों तक दिल्ली में राजस्थान के लोकसभा चुनाव के कांग्रेस उम्मीदवारों से संवाद करने के बाद 19 जून को प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि चुनाव में कांगे्रस के कार्यकर्ता ने पूरी मेहनत के साथ काम किया। उन्होंने कहा कि सभी उम्मीदवारों ने अपनी भावनाओं से अवगत कराया। लेकिन एक बात सभी उम्मीदवारों ने कही कि चुनाव में कार्यकर्ता ने पूरी मेहनत और निष्ठा के साथ काम किया है। भले ही राजस्थान में कांग्रेस सभी 25 सीटों पर चुनाव हार गई हो, लेकिन कार्यकर्ता ने मेहनत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। पांडे ने कहा कि उम्मीदवारों ने जो फीडबैक दिया है उसके आधार पर अब हार की समीक्षा की जााएगी।
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