देहरादून।मौसम विभाग के इस अलर्ट के बाद प्रदेश में आने वाली आपदा की शंका और आपदा से निपटने के लिए सरकार ने लगभग सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं। सभी जिलों के जिलाधिकारियों को किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए मुस्तैद रहने के निर्देश दिए हैं और विभागीय कर्मियों की छुट्टियाँ जरुरत के हिसाब से रद्द करने के भी निर्देश दिए है।
उत्तराखंड मौसम विभाग ने सूबे में 7 से 10 जुलाई तक उत्तराखण्ड में भारी बारिश की चैतावनी दी है। मौसम निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार मानसून ने उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में 24 जून को दस्तक दे दिया था लेकिन अगले 72 घंटो में मानसून पूरे प्रदेश में अपना कहर बरसाएगा। उत्तराखंड मौसम विभाग की माने तो अगले एक हफ्ते में गढ़वाल और कुमाऊ के मैदानी जिलों हरिद्वार, देहरादून, उधमसिंहनगर और नैनिताल के अलावा कई पहाड़ी जिलों में इंद्रदेव जरुरत से ज्यादा मेहरबान होने वाले हैं।
उत्तराखंड में मौसम विभाग ने अगले एक हप्ते तक प्रदेश के कई हिस्सों में भारी से भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। किसी भी आपदा की परिस्थितियों में रेस्क्यू टीम एसडीआरएफ की छुट्टियां रद्द कर दी गई है यूं तो उत्तराखण्ड राज्य की भौगोलिक परिस्तिथियां अन्य राज्यों से भिन्न हैं और यही वजह है कि राज्य में आपदा आना आम बात सी हो गयी है। लिहाजा आपदा से निपटने के लिए प्रदेश के मुखिया त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सारी व्यवस्थाओं के मुकम्मल होने की बात कही है। मानसून कुमाऊं के रास्ते एक हप्ते पहले ही दस्तक दे चुका है और अब बारी गढ़वाल क्षेत्र की है। जहां अगले बहत्तर घंटे में मानसून दस्तक देगा।ऐसे में अब बारी सरकार की व्यवस्थाओं के इम्तिहान की है। उत्तराखंड में आने वाले अब कुछ हफ्ते मौसम चुनौती भरा रहने वाला है। मौसम विभाग के अनुसार उत्तराखंड में आने वाले कुछ दिनो में हेल्दी रेन होने जा रही है लेकिन आप इसे हल्के में ना लें ये आपके लिए आफत भी बन सकती है लिहाजा सुरक्षित रहें और जागरुक रहें मौसम विभाग के इस अलर्ट की गंभीरता का अनुमान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के बयान से आसानी से लगाया जा सकता है। मौसम विभाग की रिपोर्ट मिलते ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मानसून को लेकर व्यवस्थाओं के चाक चौबंद होने की बात कही। जिस तरह से मौसम का पुर्वानुमान लगाया गया है उसकी गंभीरता को देखते हुए पहले से जिलों में जिलाधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है। आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए फंड की व्यवस्था की जा चुकी है। साथ ही अगर कनेक्टीविटी को लेकर कहीं पर संपर्क नही हो पाता है तो सेटेलाइट फोन की भी व्यवस्था की गई है। साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर मौसम की वजह से कहीं हालात बिगड़ते हैं तो स्कूलों के अवकाश के लिए जिलाधिकारियों को अधिकृत किया गया है। मौसम बिगड़ने पर तुरंत अवकाश करने के निर्देश दिये गये हैं। जरूरत पड़ने पर जिलाधिकारी संबंधित विभाग के कर्मचारियों की छुट्टियां भी रद्द कर सकते हैं
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