मुहर्रम यौम-ए-आशूरा के मौके पर इमाम बारगाह कलां एवं खुर्द में मजलिस का आयोजन किया गया।
(विशाल भटनागर )
कैराना (शामली )। यौम-ए-आशूरा यानि दस मुहर्रम के मौके पर शिया समुदाय के सोगवारों द्वारा इमाम बारगाहों तथा अजाखानों से हजरत इमाम हुसैन व उनके 72 शहीद-ए-कर्बला की याद में एक संयुक्त ताजिया जुलूस निकाला गया। इस दौरान मातमदारों ने या हुसैन की सदा बुलंद कर ब्लैड, जंजीरों व छूरियों से जमकर सीनाजनी करते हुए अपने आप को लहुलुहानकर लिया। जुलूस कर्बला के मैदान में जाकर संपन्न हुआ।
मंगलवार को मुहर्रम यौम-ए-आशूरा के मौके पर इमाम बारगाह कलां एवं खुर्द में मजलिस का आयोजन किया गया। मजलिसों में शिया धर्मगुरू मौलाना जफर हुसैन,व मौलाना इंतजाम हुसैन वही रजाअली खाँ के आजाखाने ने खिताब किया।
उन्होंने कहा कि हजरत इमाम हुसैन हजरत पैगंबर साहब के नवासे थे, जिन्होंने अपने कुनबे के 72 लोगों को लेकर कर्बला के मैदान में हक के लिए लड़ाई लड़ी थी और इसमें वे शहीद हो गए थे, जिनकी शहादत कभी भुलाई नहीं जा सकती है। धमगुरूओं ने कर्बला के इतिहास पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला। तत्पश्चात मोहल्ला अंसारियान में छोटे इमाम बारगाह से ताजियों अलम व जुलजनाह का जुलूस आरंभ होकर सिदरयार स्थित बड़े इमाम बारगाह पहुंचा। जहां पर मातमदारों ने ब्लैड, जंजीर, छूरियों आदि से जमकर सीनाजनी की तथा या हुसैन...या हुसैन की सदा बुलंद करते हुए खुद को लहुलुहान कर लिया गया। उधर, दूसरा जुलूस रजा अली खां के अजाखाने से निकलकर इसी जुलूस में शामिल हुआ।
जुलूस अंसारियान से चलकर आलकलां व विभिन्न गली-मोहल्लों से होता हुआ शामली रोड पर स्थित पब्लिक इंटर कॉलेज के सामने कर्बला में जाकर संपन्न हुआ। इस दौरान कौसर जैदी, मेहदी, जिया अब्बास, गुलजार अली, राहत अली, आगाज फेसल, मुदस्सिर, वसीहैदर साकी, हुसैन हैदर, नादिर हुसैन, वसीहैदर साकी, शाहिद हुसैन, राशिद हुसैन, काजिम हुसैन, शाह रजा, अली मेहदी, अजहर, मो. आलम, कमाल अब्बास, मो. जमां, सरवर अली, जाफर अब्बास, रजा अली खां, अता अली खां, दबीर अली खां, डॉ. फरहत हुसैन, आजम जैदी, मेहरबान अली, अरबाब हुसैन, बुंदन हुसैन, सरदार हुसैन, सरताज हुसैन, शराफत हुसैन, रवि हैदर, काजिम रजा, शबी हैदर, सदाकत हुसैन, नोनिहाल मेहदी, मुन्ना मियां, रईस हैदर, मासूम आलम, शाह रजा जैदी, जावेद रजा सहित सैकडों शिया सोगवार मौजूद रहे। वही शांति एवं सुरक्षा के दृष्टिगत पुलिस एवं पीएसी बल तैनात रहा।
(विशाल भटनागर )
कैराना (शामली )। यौम-ए-आशूरा यानि दस मुहर्रम के मौके पर शिया समुदाय के सोगवारों द्वारा इमाम बारगाहों तथा अजाखानों से हजरत इमाम हुसैन व उनके 72 शहीद-ए-कर्बला की याद में एक संयुक्त ताजिया जुलूस निकाला गया। इस दौरान मातमदारों ने या हुसैन की सदा बुलंद कर ब्लैड, जंजीरों व छूरियों से जमकर सीनाजनी करते हुए अपने आप को लहुलुहानकर लिया। जुलूस कर्बला के मैदान में जाकर संपन्न हुआ।
मंगलवार को मुहर्रम यौम-ए-आशूरा के मौके पर इमाम बारगाह कलां एवं खुर्द में मजलिस का आयोजन किया गया। मजलिसों में शिया धर्मगुरू मौलाना जफर हुसैन,व मौलाना इंतजाम हुसैन वही रजाअली खाँ के आजाखाने ने खिताब किया।
उन्होंने कहा कि हजरत इमाम हुसैन हजरत पैगंबर साहब के नवासे थे, जिन्होंने अपने कुनबे के 72 लोगों को लेकर कर्बला के मैदान में हक के लिए लड़ाई लड़ी थी और इसमें वे शहीद हो गए थे, जिनकी शहादत कभी भुलाई नहीं जा सकती है। धमगुरूओं ने कर्बला के इतिहास पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला। तत्पश्चात मोहल्ला अंसारियान में छोटे इमाम बारगाह से ताजियों अलम व जुलजनाह का जुलूस आरंभ होकर सिदरयार स्थित बड़े इमाम बारगाह पहुंचा। जहां पर मातमदारों ने ब्लैड, जंजीर, छूरियों आदि से जमकर सीनाजनी की तथा या हुसैन...या हुसैन की सदा बुलंद करते हुए खुद को लहुलुहान कर लिया गया। उधर, दूसरा जुलूस रजा अली खां के अजाखाने से निकलकर इसी जुलूस में शामिल हुआ।
जुलूस अंसारियान से चलकर आलकलां व विभिन्न गली-मोहल्लों से होता हुआ शामली रोड पर स्थित पब्लिक इंटर कॉलेज के सामने कर्बला में जाकर संपन्न हुआ। इस दौरान कौसर जैदी, मेहदी, जिया अब्बास, गुलजार अली, राहत अली, आगाज फेसल, मुदस्सिर, वसीहैदर साकी, हुसैन हैदर, नादिर हुसैन, वसीहैदर साकी, शाहिद हुसैन, राशिद हुसैन, काजिम हुसैन, शाह रजा, अली मेहदी, अजहर, मो. आलम, कमाल अब्बास, मो. जमां, सरवर अली, जाफर अब्बास, रजा अली खां, अता अली खां, दबीर अली खां, डॉ. फरहत हुसैन, आजम जैदी, मेहरबान अली, अरबाब हुसैन, बुंदन हुसैन, सरदार हुसैन, सरताज हुसैन, शराफत हुसैन, रवि हैदर, काजिम रजा, शबी हैदर, सदाकत हुसैन, नोनिहाल मेहदी, मुन्ना मियां, रईस हैदर, मासूम आलम, शाह रजा जैदी, जावेद रजा सहित सैकडों शिया सोगवार मौजूद रहे। वही शांति एवं सुरक्षा के दृष्टिगत पुलिस एवं पीएसी बल तैनात रहा।
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